दोस्तों कोरोना काल के बाद हमारी अर्थव्यवस्था किस दौर से गुज़र रही है ये तो हम सब जानते है। जिन लोगो ने शेयर मार्किट में अपना पैसा इन्वेस्ट किया था उनके पैसे का क्या हुआ ये भी सबको पता है। इसीलिए आजकल लोग सुरक्षित निवेश के विकल्प तलाश रहे है। ऐसे में केंद्र सरकार निवेश पर ज्यादा जोखिम नहीं उठाने वाले निवेशकों के लिए एक बेहतरीन स्कीम लेके आयी है। सरकार ने 1 जुलाई से टैक्सेबल फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड (Taxable Floating Rate Savings Bonds 2020) की स्कीम पेश की है। ये नई स्कीम टैक्सेबल सेविंग्स बॉन्ड्स, 2018 की जगह लाई गयी है। इस पुरानी स्कीम को 28 मई 2020 के बाद बंद कर दिया गया था। अब इसी को नए रूप में पेश किया गया है। नई स्कीम से लोगों को सुरक्षित सरकारी साधनों में निवेश (Investment) करने का मौका मिलेगा। आज हम इन्ही सरकारी बांड के बारे में बात करेंगे और जानेगे इनसे जुडी सभी जानकारी। जैसे की कोण निवेश कर सकता है , कितना मिनिमम निवेश करना ज़रूरी है , कितना ब्याज मिलगा, कैसे मिलेगा ब्याज, और किसको इस स्कीम में निवेश करना चाहिए और किसको नहीं।
तो चलिए शुरू करते है :
दोस्तों , सरकार समय-समय पर निवेश के शानदार मौके लेकर आती रहती है। इनमें गोल्ड ईटीएफ, बॉन्ड जैसी चीजें शामिल होती हैं। सरकार के इन निवेश ऑप्शंस में पैसा लगाना फायदेमंद है, क्योंकि सरकारी समर्थन के चलते ये सुरक्षित होते हैं और दूसरे इनमें रिटर्न अच्छा मिलता है। हाल ही में सरकार ने एक ऐसा ही नया ऑप्शन पेश किया है। सरकार ने फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड, 2020 (टैक्सेबल) लॉन्च कर दिया है। इन बॉन्ड्स पर 7.15 फीसदी की ब्याज दर होगी, जो कई बैंकों बड़े बैंकों की एफडी से बेहतर है। हालांकि आरबीआई की तरफ से जारी किए गए बयान के मुताबिक इन बॉन्ड्स पर ब्याज दर की समीक्षा हर 6 महीनों में की जाएगी। पहली बार ब्याज दर की समीक्षा 1 जनवरी 2021 को होगी। बता दें कि ये 1 जुलाई 2020 से सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध होंगे।
- कौन खरीद सकता है ये बॉन्ड?
भारत का कोई व्यक्ति (जॉइंट होल्डिंग्स सहित) और हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) इन बांड्स में निवेश कर सकते हैं। एनआरआई इन बांड्स में निवेश नहीं कर सकते। - कितना कर सकते हैं निवेश?
बांड में निवेश की अधिकतम सीमा नहीं होगी। न्यूनतम निवेश 1,000 रुपए से शुरू होता है। उसके बाद 1,000 रुपए के गुणकों निवेश किया जा सकता है। - बॉन्ड का टेन्योर कितना है?
यह बॉन्ड 7 साल बाद मैच्योर होगा। सिनियर सिटिजन्स को बीच में इनकैश कराने का अधिकार दिया गया है। यह बॉन्ड पूर्व में रिजर्व बैंक की तरफ से जारी 7.75 पर्सेंट वाला विदड्रॉन टैक्सेबल बॉन्ड की तरह है। - बॉन्ड पर कितना इंट्रेस्ट मिल रहा है और उसका भुगतान कैसे होगा?
बांड पर ब्याज हर साल एक जनवरी और एक जुलाई को छमाही आधार पर मिलेगी। एक जनवरी 2021 को 7.15 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। अगले आधे साल के लिए ब्याज दर (जो 1 जुलाई, 2021 को देय है) हर छह महीने में रीसेट होगी। कम्युलेटिव आधार पर ब्याज देने का कोई विकल्प नहीं है। इसका मतलब यह होगा कि एक बार बांड पर ब्याज मिलने के बाद इसकी मैच्योरिटी पर ब्याज देने की बजाय एक ही समय में निवेशक के बैंक खाते में पैसा जमा किया जाएगा।
आइये अब जानते है की कैसे ये बांड बाकि के निवेश के विकल्पों से बेहतर रिटर्न ऑफर कर रहे है
Interest Rate (As on 30th June, 2020) | |
SBI FD (5Years) | 5.40% |
PNB FD (5Years) | 5.40% |
Post Office FD (5Years) | 6.70% |
Post Office MIS | 6.60% |
NSC | 6.80% |
SCSS | 7.40% |
PMVVY | 7.40% |
आइये जानते है की कितना पैसा निवेश करेंगे तो कितना इंटरेस्ट मिलेगा आपको
Interest Calculation (Amount in Rs.) | ||
Deposit Amount | Interest (6 Months) | Interest per month |
1,00,000 | 3,575 | 596 |
3,00,000 | 10,725 | 1,788 |
5,00,000 | 17,875 | 2,979 |
10,00,000 | 35,750 | 5,958 |
15,00,000 | 53,625 | 8,938 |
20,00,000 | 71,500 | 11,917 |
30,00,000 | 1,07,250 | 17,875 |
50,00,000 | 1,78,750 | 29,791 |
- इंट्रेस्ट पर किस तरह लगेगा टैक्स?
इंट्रेस्ट से होने वाली कमाई पर इनकम टैक्स के नियमों के तहत टैक्स भरना होगा। इंट्रेस्ट इनकम पर बाद में TDS भी कटेगा।
- इस बॉन्ड को कैसे खरीदें?
कैश में अधिकतम 20 हजार रुपये का बॉन्ड खरीदा जा सकता है। इसके अलावा ड्रॉफ्ट, चेक और इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट मोड से बॉन्ड खरीदा जा सकता है। बॉन्ड को किसी भी सरकारी बैंक, IDBI बैंक, ऐक्सिस बैंक, HDFC बैंक और ICICI बैंक से खरीदा जा सकता है। बॉन्ड को केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप में खरीदा जा सकता है। बॉन्ड खरीदते ही यह निवेशक के बॉन्ड लेजर अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा।
- चुनिंदा लोगों के लिए ही प्रीमैच्योर रिडंप्शन का विकल्प
FRSB बॉन्ड्स पर क्युमुलेटिव बेसिस पर ब्याज भुगतान का विकल्प नहीं होगा. यानी छह महीने पूरे होते ही ब्याज का पैसा इन्वेस्टर के अकाउंट में जमा हो जाएगा. बॉन्ड्स 7 साल का मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद ही रिपे किए जाएंगे. मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने से पहले बॉन्ड भुनाने का विकल्प वरिष्ठ नागरिकों की विशिष्ट श्रेणी को दिया जाएगा.
Premature Withdrawal Option | |
Age | Lock-in Period |
Below 60 Years | 7 Years |
60-70 Years | 6 Years |
70-80 Years | 5 Years |
Above 80 Years | 4 Years |
- निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
1. बॉन्ड को सेकेंड्री मार्केट में ट्रेड नहीं किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल लोन उठाने के लिए कोलैट्रल के रूप में भी नहीं किया जा सकता है।
2. अगर बॉन्ड खरीदने वाला कोई इंडिविजुअल है तो वह नॉमिनी बना सकता है।
3. जब तक बॉन्ड खरीदने वाला जिंदा है, यह ट्रांसफर नहीं हो सकता है। अगर उसकी मौत हो जाती है तो नॉमिनी को यह ट्रांसफर हो सकता है।
क्या आपको इन बांड्स में निवेश करना चाहिए ?
- दोस्तों इन बांड्स में लिक्विडिटी की कमी है। और इसके साथ-साथ मंथली इंटरेस्ट पेमेंट का भी कोई ऑप्शन नहीं है। एफ आर एस में आपको हर 6 महीने में इंटरेस्ट मिलेगा और आपको अगले 6 महीने में कितना इंटरेस्ट मिलेगा यह भी आपको अभी से नहीं पता है। क्योंकि यह फ्लोटिंग रेट के ऊपर निर्भर करता है। तो जितना इंटरेस्ट होगा उस टाइम पर उतना इंटरेस्ट मिलेगा।
- लेकिन इन बांड्स की सबसे अच्छी बात यह है कि यह बांड्स सॉवरेन नेचर के हैं। यानी कि भारत सरकार द्वारा इशू किए जाते हैं। इसीलिए पूरी तरह सुरक्षित है । और इन बांड्स में अगर आप निवेश करते हैं तो आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है।
- अगर हम इंटरेस्ट रेट की बात करें। और इन बांड्स को पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम , या बैंक फिक्स्ड डिपाजिट के साथ कंपेयर करे तो ये उनसे बेहतर इंटरेस्ट रेट हमे ऑफर करते है। वही अगर हम इन्हे सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम या प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के साथ कंपेयर करें तो ये उनसे थोड़ा कम इंटरेस्ट रेट ऑफर करते है। लेकिन इनमे कोई मैक्सिमम निवेश की लिमिट नहीं है जैसा की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम या प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में 15 लाख वाली लिमिट है । तो अगर आप सीनियर सिटीजन है तो पहले सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम या प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में निवेश करिये और अगर आपकी वह पर लिमिट पूरी है तो आप इस योजना में निवेश कर सकते है। सीनियर सिटीजन को छोड़कर बाकि लोगो के लिए तो ये बांड बेस्ट इंटेरेट्स रेट ऑफर करते है। किसी भी बैंक की फिक्स्ड डिपाजिट में ये रेट ऑफर नहीं हो रहा है।
- अब बात आती है टैक्स की। दोस्तों इन बांड से होने वाली इंटरेस्ट इनकम आपकी इनकम टैक्स रेट के हिसाब से टैक्सेबल होगी। अगर आप नॉन सीनियर सिटीजन इन्वेस्टर है और आपकी जो इनकम है वह लो इनकम टैक्स ब्रैकेट में है तो यह आपके लिए एक अच्छा निवेश का विकल्प हो सकता है। आप इसमें निवेश कर सकते हैं क्योंकि तब आपको लौ टैक्स ब्रैकेट का फायदा मिलेगा। लेकिन अगर आप हायर टैक्स ब्रैकेट यानी कि 30 परसेंट से ज्यादा के टैक्स ब्रैकेट में आते हैं तब आपको इन बॉन्ड की बजाय किसी टैक्स फ्री बॉन्ड में निवेश करने के लिए ऑप्शन तलाश करना चाहिए।
तो दोस्तों इस तरीके से अब आप डिसाइड कर लीजिए कि आपको इन सरकारी बॉन्ड में निवेश करना है या नहीं करना है अगर आप लोग टैक्स इनकम ब्रैकेट में आते हैं तो आप इन सरकारी बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं और अच्छे इंटरेस्ट रेट का लाभ उठा सकते हैं
तो दोस्तों ये थी कम्पलीट डिटेल्स टैक्सेबल फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड की। उम्मीद करते हैं कि अब तक आपने तय क्र लिया होगा की आपको इन बांड्स में निवेश करना है या नही।
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