असफलता क्या है दोस्तों ? मुझे असफल होना बिलकुल भी पसंद नहीं और मैं गारंटी के साथ कह सकती हु की आपको भी असफल होना पसंद नहीं होगा | दोस्तों, असफलता किसी को अच्छी नहीं लगती और न ही कोई किसी भी काम में जान बूझ कर असफल होता है | लेकिन अगर मैं आपको ये कहुँ की असफलता ही सफलता की कुंजी है तो ?
जी हां | असफलता ही आपके सफल होने की पहली सीढ़ी है | असफलता बहुत ही दर्दनाक होती है और असफल होने का सीधा सीधा मतलब है की आपका समय और आपकी मेहनत और आपका पैसा सब बर्बाद हो गया | और असफलता के समय आपका हताश और निराश होना भी जायज है | लेकिन अगर आप आपकी असफलता से हताश और निराश हो जायेंगे तो आप कैसे सफलता प्राप्त करेंगे |
तो आज हम इसी बारे में बात करेंगे | आज हम आपको ऐसे 5 कदमो के बारे में बताएंगे जिन्हे लेकर आप ना केवल अपनी हताशा और निराशा से बाहर आ पाएंगे बल्कि आप अपनी पूरी लगन और मेहनत से सफलता पाने का प्रयास भी कर पाएंगे | और दोस्तों आपने ये तो ज़रूर सुना होगा :
“करत करत अभ्यास ते जड़मति होत सुजान रसरी आवत जात ते सिल पर परत निशान“
दोस्तों, इस कहावत का मतलब है की लगातार जिसने से तो एक मामूली सी रस्सी भी पत्थर पैर निशान डाल देती है तो इसी तरह लगातर मेहनत करने से आप भी सफल ज़रूर होंगे |
बस आपको ज़रुरत है अपनी गलतियो से सीखने की और दोबारा वो ही गलतिया ना दोहराने की | दोस्तों हर असफलता एक सबक होती है और बस आपको ये सबक लेकर दोबारा से पुरे जोश के साथ प्रयास करना है और अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं रखनी |
आज हम आपको ऐसे 5 स्टेप्स के बारे में बताएंगे जिन्हे अपनाकर आप अपनी असफलता को सफलता में बदल सकते है | तो आइये जानते है इन 5 गोल्डन रूल्स के बारे में जो ना आपको सिर्फ असफलता की निराशा और हताशा से बहार निकालेंगे बल्कि सफलता का भी रास्ता दिखाएंगे |
- भावनात्मक रूप से शक्तिशाली होने के लिए थोड़ा समय दे:
दोस्तों, असफलता आपको बुरी तरह से तोड़ देती है | आपका विश्वास, आपका मनोबल सब ख़तम हो जाता है और वापिस से अपने मनोबल को शक्ति प्रदान करने में आपको थोड़ा समय देना पड़ेगा | ऐसा संभव नहीं है की आप आज असफल हुए और किसी जादू से आप आज के आज ही दोबारा से उसी मनोबल से , उसी विश्वास से काम में लग गए ये थोड़ा असंभव है | वापिस उसी आत्म विश्वास और मनोबल के लिए आपको खुद को थोड़ा समय देना होगा | इन सब से बहार निकलने में थोड़ा तो समय अवश्य लगेगा |
दोस्तों जब तक आप पूरी तरह इस सब से बहार नहीं आ जाते आप मुस्कुराते रहिये | ज़िन्दगी आसान नहीं और और अपनी ज़िन्दगी को नियंत्रित करना तो बिलकुल भी आसान नहीं है | इसीलिए मुस्कुराते रहिये | अपनी छोटी छोटी सफलता का जश्न मनाइये | और इस तरह आपको पता भी नहीं चलेगा की कैसे हसते मुस्कुराते आप अपनी असफलता की खाई से बाहर आके सफलता की छोटी पर पहुंच जायेंगे|
- असफलता ही सफलता की कुंजी है :
दोस्तों असफलता के समय आपको खुद को ये याद दिलाने की बहुत ज़रूरत होती है की बिना असफल हुए सफलता को नहीं हासिल किया जा सकता | और अगर आप सफलता पाना चाहते है तो आप इस बात को भी ध्यान में रखिये की आपको सफलता पाने के लिए बार बार असफल होना होगा | और तभी जाकर आपको सफलता प्राप्त होंगी |
आपको आपकी असफलता से जबरन की ज़रूरत बिलकुल नहीं है | जितनी बार असफल होंगे उतनी ही बार कुछ ना कुछ ज़रूर सीखोगे और अपनी सफलता के एक कदम और पास पहुंचोगे |
- अपनी गलतियो से सबक लो :
अपनी असफलता के समय सबसे अच्छा काम आप ये कर सकते है की आप अपनी गलतियो से सबक ले | अगर आपअसफल होते है तो असफलता को हार माने का बहाना ना बनाये बल्कि ये जानने की कोशिश करे की कहाँ गलती हुई | आपकी इस असफलता की वजह क्या है और कैसे उसे सुधारा जा सकता है | जिससे की दोबारा आपसे वही गलती ना हो |
असफलता की वजह आपके द्वारा की गयी गलतिया ही होती है | तो जब भी आप असफल हो तब आप अपनी रणनीति और अपनी कार्यशैली का विश्लेषण करे और जानने की कोशिश करे की कहाँ गलती हुई | एक इंटरप्रेन्योर अपनी सबसे उत्तम सबक जो सीखता है वो अपनी असफलताओ से ही सीखता है नाकि अपनी सफलता से | और ये सबक ही उसकी कामयाबी का जरिया बनते है |
- और ज्यादा व्यवस्थित बने :
असफलता का सामना करने के बाद आप और भी ज्यादा व्यवस्थित बनिए | आप अपनी गलतियो से सीखिए और अपने काम को करने के नए नए तरीके ढूंढिए | आपने भविष्य के लिए एक उचित योजना बनाइये और उसी योजना के अनुसार अपना कार्य प्रारम्भ करिये | अपनी गलतियो को कभी भी अपने रस्ते में ना आने दे | और ऐसा करने से आप अपने आप को सफलता के बहुत करीब ले आएंगे |
- दूसरे आपके बारे में क्या सोचते है ये ना सोचे :
दोस्तों ये सबसे महत्वपूर्ण है | दूसरे आपके बारे में क्या सोचते है इस बात को सोचकर परेशान मत होइए | और ना ही दुसरो की सोच के बारे में सोचकर अपने निर्णय ले | आप वो नहीं है जो दूसरे आपके बारे में सोचते है | उनकी आपके बारे में सोच को अपने ऊपर हावी मत होने दे | बल्कि उसे एक चुनौती की तरह ले | दोस्तों आलोचना हर किसी को कही ना कही सुननी ही पड़ती है लेकिन आप आलोचना को खुद पर हावी होने ना दे | और बेकार की आलोचनाओं पर ध्यान ना देकर आगे बढ़ते रहे | जैसे जैसे आपको सफलता मिलती रहेगी ये आलोचनये आपके लिए मायने नहीं रखेगी |
तो दोस्तों ये हमने आपको बताइये ५ ऐसे कदम जिन्हे लेकर आप अपनी असफलता से बाहर आके सफलता की और अग्रसर हो सकते है | और अपनी जिंदगी के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है |
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धन्यवाद् |
बहुत ही ख़ूबसूरत तरीक़े से आपने एक नयी किरण दिखायी रोशनी की । आपका बहुत बहुत धन्यवाद !