दोस्तों क्या आपने अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग कर ली है और क्या आप अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग से सन्तुष्ट है? अगर है तो बहुत ही अच्छी बात है और आप बहुत ही समज़दार है लेकिन अगर नहीं तो डरने की कोई बात नहीं। हमारा आज का आर्टिकल सिर्फ आपके लिए है ।
दोस्तों फाइनेंसियल प्लानिंग एक बहुत ही ज़रूरी पार्ट है हमारी ज़िन्दगी का। अगर आप अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग को अच्छे से कर लेते है तो आपकी लाइफ बहुत ही स्मूथ हो जाती है और आप अपने लक्ष्यो को भी आराम से पूरा कर पाते है ।
क्या अच्छा फाइनेंशियल प्लान तैयार करने का कोई सीक्रेट फॉर्मूला है? दोस्तों किसी भी फाइनेंसियल प्लान को बनाते टाइम है कुछ स्टेप्स फोलोव करने होते है तभी आपका फाइनेंसियल प्लान बेहतर और इफेक्टिव बनेगा।
फाइनेंशियल प्लानिंग का पहला चरण अपनी सभी जरूरतों और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को तैयार कर लेना है. फाइनेंशियल प्लान बनाने से पहले सभी दस्तावेजों के साथ बैठ जाना चाहिए. सिर्फ दिमाग में आइडिया होने से काम नहीं चलेगा. और सबसे अहम् आपके परिवार को इसके बार में पता होना चाहिए.
फाइनेंशियल प्लानिंग में दूसरा चरण लंबी और छोटी अवधि के लक्ष्यों का पता लगाना है. वित्तीय लक्ष्य न होने पर आपका निवेश शायद आपकी अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर सके. वित्तीय लक्ष्यों को लिखना बेदह अहम है. अगर लक्ष्य और उनके लिए जुटाई जाने वाली रकम निकाली नहीं गई है, तो आपको कभी पता नहीं चलेगा कि कितना पर्याप्त होगा.”
तीसरे नंबर पर इमर्जेंसी फंड आता है. इमरजेंसी फण्ड आपके फाइनेंसियल प्लैंनिंग का सबसे अहम् हिस्सा है. अचानक पैसों की जरूरत पड़ने से अन्य सभी लक्ष्य प्रभावित हो सकते हैं. पैसों की इमर्जेंसी दूसरे लक्ष्यों को खटाई में डाल सकती है. इस तरह का फंड जरूर बनाना चाहिए जिसे जरूरत पड़ने पर कभी भी निकाला जा सके. इस तरह जरूरत के समय अन्य निवेश को भुनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
चौथा महत्वपूर्ण चरण है जोखिम की प्लानिंग. इस प्लान को तीन और सब-पार्ट्स में बांट सकते हैं. इनमें हेल्थ, लाइफ और एसेट शामिल हैं. अनिश्चितता के समय के लिए बचत महत्वपूर्ण है. हेल्थ इंश्योरेंस, लाइफ इंश्योरेंस और एसेट का इंश्योरेंस करा लेना चाहिए. इससे सुनिश्चित हो जाएगा कि किसी दुर्घटना और आपदा की स्थिति में उसका असर आपके निवेश पर नहीं पड़ेगा.
पांचवां चरण अपने लक्ष्य हासिल करने के तरीकों का पता लगाना है. शिक्षा, शादी-ब्याह, घर, यात्रा जैसे लक्ष्यों के लिए बचत की रकम में महंगाई को शामिल कर लेना जरूरी है. इससे बचत का वास्तविक आंकड़ा निकालने में मदद मिलती है.
इसके बाद यानी छठे चरण में लक्ष्यों के हिसाब से स्कीम और प्रोडक्ट चुनें. लंबी अवधि के सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक है रिटायरमेंट. निवेश शुरू करते हुए रिटायरमेंट को पहले लक्ष्य के तौर पर लेना चाहिए.
जहां तक अंतिम लक्ष्य का सवाल है तो हर निवेशक को एस्टेट प्लानिंग जरूर करनी चाहिए. इसका मतलब यह है कि जिन निवेशकों का निवेश है, उन्हें वसीयत, पावर आफ अटॉर्नी, फैमिली ट्रस्ट इत्यादि जरूर बनाना चाहिए. फिर उनकी उम्र भले कितनी हो. अगर आपने अपने नॉमिनी के लिए दस्तावेज तैयार नहीं किए हैं तो उन्हें आपकी विरासत को पाने में दिक्कत आ सकती है. उस स्थिति में निवेश का कोई मायने नहीं रह जाएगा.
अब दोस्तों फाइनेंसियल प्लानिंग के स्टेप्स तो हो गए सारे आइये अब मिस्टर X की फाइनेंसियल प्लानिंग करते है । ये मिस्टर X मंथली 45 हज़ार रूपये कमाते है । और इनकी उम्र लगभग 29 साल है ।
तो जैसा की हमारे पहले स्टेप में था अपने सभी जरूरतों और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को तैयार कर लेना तो सबसे पहले हम assume करते है की मिस्टर X ने एक घर ख़रीदा हुआ है जिसकी वैल्यू ४५ लाख है । इसके लिए उन्होंने 34 लाख रुपये का होम लोन लिया है। इस पर वह 1,284 रुपये की ईएमआई चुका रहे हैं। मिस्टर X का एक पोर्टफोलियो भी है । उनके पोर्टफोलियो में 54,000 रुपये का ईपीएफ, 2.15 लाख रुपये के म्यूचुअल फंड और 75,000 रुपये कैश शामिल हैं।
अब बात करते है मिस्टर X के लक्ष्यों की । मान लेते है की मिस्टर X के लक्ष्यों में इमर्जेंसी फंड बनाना, कार खरीदना, वेकेशन पर जाना, फ्यूचर चाइल्ड की एजुकेशन और अपने रिटायरमेंट के लिए बचत करना शामिल है.
Portfolio | |
Asset | Current Value |
Real Estate | 45 Lakh |
Cash | 75,000 |
Debt | |
EPF | 54,000 |
Equity | |
Mutual Fund | 2.15 Lakh |
Total | 48.4 Lakh |
Liabilities | Current Value |
Home Loan | 34.2 lakh |
Total Liability | 34.2 Lakh |
Net Worth | 14.2 Lakh |
आइये अब इनका कॅश फ्लो भी देखते है:
Current | Suggested | |
Income | 45,000 | 45,000 |
Outflow | ||
Household expenses | 9,000 | 9,000 |
House Rent | 8,000 | 8,000 |
Home Loan EMI | 1,284 | 1,284 |
Insurance Premium | 1,667 | 3,635 |
Investment | 11,000 | 22,385 |
Total Outflow | 30,951 | 44,304 |
Surplus | 14,049 | 696 |
अब सबसे पहले मिस्टर X को 1.09 लाख रुपये का इमर्जेंसी फंड बनाना चाहिए. यह उनके छह महीने के खर्च के बराबर है. इसके लिए वह 75,000 रुपये की नकदी का इस्तेमाल कर सकते हैं. साथ ही उन्हें एक वर्ष के लिए लिक्विड या अल्ट्रा-शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में 3,205 रुपये का सिप शुरू करना होगा.
मान लीजिये मिस्टर X अगले साल वेकेशन के लिए 53,000 रुपये चाहते हैं। वह इसके लिए आर्बिट्राज फंड में 4,268 रुपये का सिप शुरू कर सकते हैं। इसके बाद मिस्टर X फ्यूचर चाइल्ड की उच्च शिक्षा के लिए 20 सालों में 64।1 लाख रुपये बचाना चाहते हैं।
इसके लिए वह अपने म्यूचुअल फंडों का इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही इतनी अवधि के लिए उन्हें डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड में 4,870 रुपये का सिप शुरू करना होगा।
Goal | Future Cost in Rs. / Time to Achieve | Resources Used | Investment Needed (rs./month) |
Emergency Fund | 1.09 lakh/1 year | Cash | 3,205 |
Vacation | 53000/ 1 year | – | 4,268 |
Child’s Education | 64.1 lakh/20 years | Mutual Funds | 4,870 |
Retirement | 4.9 Crore/29 Years | EPF | 10,000 |
Investible Surplus Needed | 22,343 |
29 साल में रिटायरमेंट के लिए Mister
X को 4.9 करोड़ रुपये की जरूरत है. इस लक्ष्य के लिए वह अपनी ईपीएफ की रकम को एलोकेट कर सकते हैं. इससे 31.3 लाख रुपये की यील्ड मिलने की उम्मीद है. शेष राशि के लिए उन्हें डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड में 17,006 रुपये का सिप शुरू करना होगा.
लेकिन सरप्लस की कमी के कारण वह अभी 10,000
रुपये से शुरुआत कर सकते हैं. आय में वृद्धि के बाद इसे बढ़ाया जा सकता है. उन्हें
पीपीएफ में 500 रुपये सालाना डालना शुरू करना चाहिए.
वार्षिक रिटर्न इक्विटी के लिए 12% और हाइब्रिड फंड के लिए 8% माना गया है. महंगाई
की दर को 6% माना गया है.
आइये अब बात करते है मिस्टर X के इंश्योरेंस पोर्टफोलियो की. पति-पत्नी के पास कोई लाइफ या हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है. उन्हें बच्चे के जन्म के बाद इन्हें जरूर खरीदना चाहिए. Mister X को 50 लाख रुपये का टर्म प्लान खरीदना चाहिए. इसके लिए उन्हें हर महीने 856 रुपये का प्रीमियम देना होगा. हेल्थ इंश्योरेंस के लिए उन्हें 5 लाख रुपये का फैमिली फ्लोटर प्लान और 20 लाख रुपये का टॉप-अप प्लान खरीदना चाहिए. इन दोनों पर महीने में 1,112 रुपये का खर्च आएगा. Mister X अपने माता-पिता के लिए खरीदी गई 7 लाख रुपये की मेडिक्लेम पॉलिसी के लिए महीने में 1,667 रुपये का प्रीमियम भी दे रहे हैं. उन्हें इसे जारी रखना चाहिए.
Insurance | Existing Cover (Rs.) | Existing Monthly Premium | Suggestions | Suggested Monthly Premium (Rs. ) |
Life Insurance | ||||
Term Plan | – | – | Buy 50 lakh Term Plan | 856 |
Traditional Plans | – | – | – | – |
ULIPS | – | – | – | – |
Total | – | – | Rs. 50 Lakh | 856 |
Health Insurance | ||||
Health policy | 7 lakh (Parents) | 1,667 | Buy 5 lakh family floater + 20 lakh top up plan | 1,112+1,667 existing |
Total | 7 lakh | 1,667 | 32 lakh | 2,779 |
Total Insurance Cost | – | 1,667 | – | 3,635 |
तो दोस्तों इस तरह से मिस्टर X को अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग करनी चाहिए। अब आप ये मत सोचयिंगे की अगर आपकी भी इनकम ४५ हज़ार मंथली है तो आपको भी बिलकुल ऐसी ही फाइनेंसियल प्लानिंग करनी है।। जैसा की हमने आपको बताया की फाइनेंसियल प्लानिंग इस बात पैर निर्भर करती है की आपके फ्यूचर लक्ष्य क्या है और आप किस उम्र में अपनी फाइनेंसियल प्लानिंग शुरू कर रहे है ।
ये मिस्टर X का हमने आज एक उदहारण लेके आपको एक्सप्लेन किया जिससे आपको ज्यादा बेहतर तरीके से समझ आये । और प्रक्टिकली यह हमने फिएंन्सिअल प्लान से जुड़े हर एक महत्वपूर्ण पहलु को कवर करने की कोशिश की है। उम्मीद करते है की ये आपके लिए लाभदायक होगा।। और इससे आपको अपना फाइनेंसियल प्लान बनाने में मदद मिलेगी।
तो दोस्तों उम्मीद करते है की आज का आर्टिकल आपको पसंद आया होगा | कैसा लगा हमारा आर्टिकल ये हमे कमेंट करके ज़रूर बताइये | धन्यवाद !