कोरोना कवच पॉलिसी-2020 | Corona Kavach Health Insurance Policy-2020 : Complete Details

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दोस्तों, देश में कोरोना वायरस के ममाले बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में लोगों को बेहतर और समय पर इलाज मिलना जरूरी है।  इसे देखते हुए इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (इरडा) ने कोरोना कवच पॉलिसी को लॉन्च करने का एलान किया है ।  पॉलिसी में कोरोना के संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती, भर्ती होने से पहले और बाद, घर में देखभाल और आयुष से जुड़े खर्चों पर कवर मिलेगा। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी (Corona Kavach health insurance policy) बाजार में आने के साथ ही बेहद लोकप्रिय हो गई है। कोविड-19 महामारी के फैलाव को देखते हुए करीब सभी साधारण और स्वास्थ्य बीमा कंपनियों ने कोरोना वायरस संक्रमण के लिए यह प्रोडक्ट 10 जुलाई से पेश करना शुरू किया था। इसका उद्येश्य लोगों को इस महामारी के इलाज के लिए किफायती दर पर एक स्वास्थ्य बीमा कवर मुहैया कराना है। इसमें साढ़े तीन महीने से साढ़े नौ महीने के लिए पॉलिसी बेची जा रही है। इसमें बीमित व्यक्ति के चिकित्सा खर्च की अधिकतम राशि 5 लाख रुपये रखी गई है।

आज हम कोरोना कवच पालिसी के बारे में जानेगे और जानेगे की इस पालिसी को खरीदने का एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है ? इस पालिसी में क्या क्या कवर होगा ? क्या ये पालिसी किसी प्रे एक्सिस्टिंग डिजीज को कवर करेगी ? टर्म कितना होगा इस पालिसी का और कितना होगा कवरेज ? और सबसे अहम् की अगर आपके पास पहले से ही कोई इन्शुरन्स पालिसी है जो कोरोना को कवर करती है तो क्या आपको ये पालिसी लेनी चाहिए या नहीं। और इसके साथ साथ इस पालिसी से जुड़े बाकि आस्पेक्ट्स के बारे में।

तो चलिए शुरू करते है।

सभी जनरल और स्टैंडलोन हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों ने कोरोना कवच इंश्योरेंस पॉलिसी को लॉन्च कर दिया है। इसे कोरोना काल में लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें कोरोना संक्रमित पाए जाने पर अस्पताल में भर्ती, भर्ती होने से पहले और बाद और घर में देखभाल सहित इलाज से जुड़े अन्य खर्चे कवर होंगे। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (इरडा) ने सभी बीमा कंपनियों को कोरोना कवच इंश्योरेंस पॉलिसी को लॉन्च करने को कहा था। आइये सबसे पहल जानते है की कौन-कौन ले सकता है इस पालिसी को।  यानि इस पालिसी को खरीदने का एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है ?

  1. कोरोना कवच पॉलिसी को ग्राहक स्वयं, जीवनसाथी, माता-पिता, सास-ससुर और 25 साल की उम्र के आश्रित बच्चों के लिए खरीद सकते हैं।
  2. इस पॉलिसी को खरीदने के लिए एक व्यस्क की न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 65 साल रखी गई है। इस पालिसी में आप अपने डिपेंडेंट बच्चे को भी कवर कर सकते है। बच्चे के लिए न्यूनतम उम्र एक दिन और अधिकतम उम्र 25 साल होनी चाहिए। 
  3. इस पालिसी में आपके पास इंडिविजुअल प्लान या फॅमिली फ्लोटर प्लान दोनों विकल्प मौजूद है।
  4. इसके अंतर्गत सिर्फ कोरोना का इलाज कवर किया जाएगा।

आइये अब जानते है बीमा की राशि और इसकी अवधि

कोरोना कवच पॉलिसी के लिए इंश्योरेंस की राशि न्यूनतम 50 हजार रुपए और अधिकतम 5 लाख रुपए है। इंश्योरेंस की अवधि कम से कम 3.5 महीने, 6.5 महीने और 9.5 महीने हो सकता है। 

आइये अब जानते है इसमें क्याक्या कवर होगा?

अस्पताल में भर्ती होने का खर्च: 

  • रूम रेंट, बोर्डिंग, नर्सिंग एक्सपेंसेस, नर्सिंग होम एक्सपेंसेस,
  • इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू), आईसीसीयू एक्सपेंसेस का खर्चा
  • सर्जन, एनएसथेटिस्ट, मेडिकल प्रैक्टिशनर, कंसलटेंट, स्पेशलिस्ट फीस जो भी जो डॉक्टर ट्रीटमेंट कर रहा है उसको दी की गई है या फिर किसी सर्जन को दी गई है।
  • एनेस्थीसिया, ब्लड, ऑक्सीजन, ऑपरेशन थिएटर का खर्चा, सर्जिकल अप्लायंसेज, वेंटिलेटर चार्जेस, मेडिसन और ड्रग, डायग्नोस्टिक का खर्चा, पीपीई किट , ग्लव्स, मास्क और इसी तरह के बाकी खर्चे।

 भर्ती होने से पहले का खर्च: अस्पताल में भर्ती होने से पहले डोक्टर कंसल्टेशन, चेक अप और डाइग्नोसिस के खर्च शामिल होते हैं ।  ऐसे खर्चों पर अस्पताल में भर्ती होने से 15 दिन पहले तक का कवर मिलता है ।

डिस्चार्ज होने के बाद खर्च: इसमें अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 30 दिन बाद तक के मेडिकल खर्च पर कवरेज मिलता है ।

घर में देखभाल का खर्च: अगर आपका कोरोना वायरस का इलाज घर पर चल रहा है, तो इसमें हेल्थ की मॉनेटरिंग और दवाइयों का खर्च 14 दिन तक के लिए कवर होता है । जैसा कि आजकल कोरोना में लो सेम्टम या फिर असमतोमेटिक पेशेंट का इलाज घर से ही चल रहा है तो यह उनको भी कवर करेगी। होम केयर ट्रीटमेंट में यह सारे एक्सपेंस इसका कवर मिलेगा :

  • Diagnostic tests undergone at home or at diagnostics centre
  • Medicines prescribed in writing
  • Consultation charges of the medical practitioner
  • Nursing charges related to medical staff
  • Medical procedures limited to parenteral administration of medicines
  • Cost of Pulse oximeter, Oxygen cylinder and Nebulizer

आयुष: इस पॉलिसी के तहत आयुर्वेद और उससे जुड़े इलाज पर खर्चों पर भी कवर मिलता है ।  जैसे कि आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, यूनानी और होम्योपैथी मेडिसिंस आदि।  अगर आप आयुष ट्रीटमेंट लेते हैं तो यह ध्यान रखें कि क्लेम लेने के लिए रिस्पेक्टिव ट्रीटमेंट सरकारी अप्रूव आयुष मेडिकल प्रैक्टिशनर के अंदर ही ले।

रोड एम्बुलेंस कवर: घर से अस्पताल और अस्पताल. से घर तक एम्बुलेंस में ट्रांसफर करने को भी कवर किया जाता है ।  इसमें अपताल में भर्ती पर प्रति 2000 रुपये मिलते हैं । 

इस पॉलिसी में आपके पास हॉस्पिटल डेली कैश कवर को ऐड करने का विकल्प रहता है। इसके तहत बीमा कंपनी रोजाना इंश्योरेंस की राशि का 0.5 फीसदी 24 घंटे लगातार भर्ती के हिसाब से देती है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी ने चार लाख का सम इंश्योर्ड लिया है तो उसे ₹2000 डेली कैश बेनिफिट मिलेगा। यह सुविधा 15 दिन तक मिलती है। 

यहां एक बात का और ध्यान रखिए कोविड-19 हॉस्पिटलाइजेशन, होम केयर ट्रीटमेंट, आयुष ट्रीटमेंट, प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन, डेली कैश, एंबुलेंस यह सब मिलाकर 5 लाख से ज्यादा का भुगतान इंश्योरेंस कंपनी नहीं करेगी।  यानी मैक्सिमम लिमिट 5 लाख तक की ही है।

कोमोरबिड कंडीशन

इस पॉलिसी की खास बात यह है कि यह पॉलिसी कोमोरबिड कंडीशन को कवर करती है । कोमोरबिड का मतलब है एक बीमारी के साथ-साथ दूसरे किसी बीमारी का हो जाना या फिर किसी प्रे एक्जिस्टिंग डिजीज का बढ़ जाना। वैसे तो यह पॉलिसी केवल कोरोना के कारण हॉस्पिटलाइजेशन को कवर करने के लिए है।  लेकिन यदि कोरोना के साथ कोई और बीमारी हो गई जो कि आजकल सुनने में आ ही रहा है कि हो रही है तो यह पॉलिसी उसके भी इलाज को कवर करेगी। और अगर कोरोना के साथ कोई प्रे एक्जिस्टिंग डिजीज एक्टिव हो जाती है, जैसे कि अगर पेशेंट को डायबिटीज है और उसे कोरोना हुआ और उसका डायबिटीज बढ़ गया , तो यह उसे भी कवर करेगी।

लेकिन यहां यह बात ध्यान रखिए कि कोरोना रिलेटेड कोई भी पॉलिसी हो उसका क्लेम लेने के लिए कोरोनावायरस रिपोर्ट गवर्नमेंट ऑथराइज्ड डायग्नोस्टिक सेंटर का ही होना चाहिए।

आइए आप जानते हैं वेटिंग पीरियड के बारे में।  दोस्तों इस पॉलिसी के अंदर 15 दिनों का वेटिंग पीरियड है।  यानी कि अगर पॉलिसी लेने के 15 दिनों के अंदर कोई कोरोना पॉजिटिव हो जाता है तो उसे यह पॉलिसी कवर नहीं करेगी।

अगर आप इस पॉलिसी के अंदर कैशलेस बेनिफिट चाहते हैं तो आपको नेटवर्क हॉस्पिटल से इलाज करवाना होगा।  और अगर आप का इलाज नोन नेटवर्क हॉस्पिटल से हुआ है तो आपको रीइंबर्समेंट मिलेगा।

इस पॉलिसी के लिए पे किए गए प्रीमियम पर आपको सेक्शन 80d के अंतर्गत टैक्स बेनिफिट मिलेगा।

आइए अब जानते हैं प्रीमियम के बारे में।  अगर हम सबसे सस्ते प्रीमियम की बात करें तो अभी तक फ्यूचर जनरली के द्वारा ऑफर किया गया पॉलिसी का प्रीमियम सबसे कम है।

इस पॉलिसी को अगर आप 39 वर्ष के हैं और 500000 का कवर साढे 9 महीने के लिए ले रहे हैं तो आप का प्रीमियम 839 प्लस जीएसटी यानी ₹990 में ले सकते हैं।  दोस्तों इस पॉलिसी को आप फैमिली फ्लोटर में भी खरीद सकते हैं लेकिन इस पॉलिसी को आप फॅमिली फ्लोटर में ना खरीद के बल्कि जिसका भी कवरेज आप चाहते हैं उनके लिए इंडिविजुअली खरीदें।  क्योंकि अगर आप फैमिली फ्लोटर लेंगे तो सब का कवरेज कुल 500000 का होगा जो पर्याप्त अमाउंट नहीं होगा । इसीलिए बेहतर है कि आप इंडिविजुअल पॉलिसी ही ले जिनका भी कवरेज आप चाहते हैं।

कोरोना की इस महामारी के दौर में अगर आपके पास पहले से कोई पॉलिसी नहीं है तो आप इस कोरोना कवच पॉलिसी को जरूर ले ले । और अगर आपके पास पहले से कोई मेडिकल पॉलिसी है तो उसे चेक कर ले कि वह क्या-क्या कवर कर रही है और क्या-क्या कवर नहीं कर रही है।  फिर उसके बाद ही तय कीजिए कि आपको यह कोरोना कवच पॉलिसी लेनी है या नहीं लेनी है।

तो दोस्तों इस कोरोना महामारी के समय में सावधान रहिए और सुरक्षित रहिए।  सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करते रहिए।  और अगर आप इंश्योर्ड नहीं है तो जल्दी से इंश्योरेंस कवर ले लीजिए।

दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा।  आपको हमारा आर्टिकल कैसा लगा हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताइए। इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजिए जिससे अगर उनके पास कोई पॉलिसी नहीं है तो वह कोरोना कवच पालिसी जरूर ले ले।  धन्यवाद !

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