दूसरा जो अकाउंट ऑप्शन आता है वह है NRO  FD अकाउंट। NRO की फुल फॉर्म है non-resident ऑर्डिनरी अकाउंट। NRO अकाउंट कोई भी NRI भारत में कमाए हुए पैसे को जमा करने के लिए रख सकता है।  यह इनकम किराया, पेंशन या कोई दूसरी इनकम हो सकती है। NRO फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा राशि पर भारतीय कानून के मुताबिक टैक्स लगता है।  इस अकाउंट से कमाए गए ब्याज पर इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत लगभग 30 फीसदी टैक्स मिलता है।

यह घरेलू FD पर लगने वाले टैक्स रेट के मुकाबले ज्यादा है।  इस अकाउंट की प्रिंसिपल अमाउंट को आप अपने देश में नहीं भेज सकते।  इस अकाउंट में कमाए गए ब्याज को ही अपने देश में भेजा सकता है।  इस अकाउंट को आप किसी भारतीय के साथ ज्वॉइंट भी खोल सकते हैं।  इसमें जमा की गई राशि की 90 फीसदी राशि पर लोन लिया जा सकता है।  इसमें कम से कम 25,000 रुपये तक डिपॉजिट करने हैं।  इसमें 7 दिन से 10 साल की समयावधि के लिए खोला जा सकता है।

आप जो तीसरा अकाउंट ऑप्शन आता है वह आता है FCNR। एफसीएनआर की फुल फॉर्म है फॉरेन करेंसी non-resident अकाउंट। एफसीएनआर अकाउंट उन् NRI के लिए है जो अपनी फॉरेन अर्निंग्स को इंडिया के बैंक में इन्वेस्ट करना चाहते हैं लेकिन उसका कन्वर्जन नहीं चाहते। यानी कि वह अपनी फॉरेन अर्निंग्स को फॉरेन करेंसी में ही इन्वेस्ट करना चाहते हैं। FCNR में इंडियन बैंक में जिस करेंसी में पैसा जमा किया जाता है उसी करेंसी में NRI उस पैसे को विथड्रॉ भी कर सकता है।  तो इस ऑप्शन में कोई करेंसी कन्वर्शन नहीं होता तो कोई कन्वर्शन कॉस्ट भी नहीं देनी होती। इस अकाउंट पर जो इंटरेस्ट मिलता है वह इंटरेस्ट इंडिया में टैक्सेबल नहीं होता यानी कि उस पर आप को कोई टैक्स नहीं देना होता। आरबीआई के नियमों के हिसाब से FCNR डिपॉजिट पूरी तरीके से रिपेट्रायबल यानी ट्रांसफरेबल है।

दोस्तों यह हमने आपको तीनों अकाउंट के बारे में बता दिया आइए अब एक बार इन तीनों अकाउंट का एक कंपैरेटिव एनालिसिस देख लेते हैं:

Particulars/Type AccountNRENROFCNR
Full FormNon-Resident External AccountNon-Resident Ordinary AccountForeign Currency Non-Resident Account  
Deposit Currency Foreign currencyIndian Rupee (INR)Foreign Currency
Withdrawal CurrencyIndian RupeeIndian RupeeForeign Currency
Exchange Rate RiskOpen to risk due to fluctuating foreign exchange rateNo foreign exchange risk involvedNo foreign exchange risk involved
Taxable in IndiaNot taxable in IndiaTaxable in India (at 30%)Not Taxable in India
Repatriability (Transferability)Fully and freely repatriableInterest is repatriable; transfer of principal amount comes with certain set limitsFully and freely repatriable

तो दोस्तों यह हमने कंपैरेटिव एनालिसिस देखा NRE, एनआरओ और एफसीएनआर डिपॉजिट अकाउंट का।  अब बात आती है कि इन तीनों अकाउंट्स जो एक दूसरे से अलग है इन तीनों अकाउंट में से non-resident के लिए कौन सा अकाउंट बेहतर है?

दोस्तों NREअकाउंट उन लोगों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है जो अपनी फॉरेन इनकम को इंडिया में इन्वेस्ट करना चाहते हैं और उसका इस्तेमाल करना चाहते हैं इंडिया के खर्चों को मैनेज करने के लिए। वही FCNR उन लोगों के लिए एक बेहतर ऑप्शन है जो अपने पैसे को फॉरेन करंसी में ही इन्वेस्ट करना चाहते हैं और फॉरेन करंसी में ही withdraw करना चाहते हैं। जहां तक बात आती है एनआरओ फिक्स डिपाजिट की तो यह उन लोगों के लिए सूटेबल है जिनके पास इंडियन इनकम है।  और वह अपनी उस इनकम को अपने उस पैसे को एनआरओ अकाउंट में इन्वेस्ट कर सकते हैं।

तो दोस्तों यहां पर यह कहना बहुत मुश्किल है कि कौन सा डिपॉजिट अकाउंट बेहतर है।  हर अकाउंट के अपने फीचर है और अलग-अलग पर्पस है।  तो जिस भी पर्पस के लिए किसी एन आर आई को अकाउंट खुलवाने की जरूरत पड़ती है उस परपज के आधार पर ही तय होगा कि कौन सा अकाउंट उसके लिए बेहतर है।

तो दोस्तों उम्मीद करते हैं कि अब आपको NRE अकाउंट, एनआरओ अकाउंट और एफसीएनआर अकाउंट का कंसेप्ट पूरी तरीके से क्लियर हो गया होगा। 

तो दोस्तों उम्मीद करते है की आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा। हमारा आर्टिकल आपको कैसा लगा ये हमें नीचे कमेंट करके ज़रूर बताएगा। और हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर शेयर कीजियेगा। धन्यवाद !

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