2.5 करोड़ किसानों को मिलेगा किसान क्रेडिट कार्ड (KCC), कैसे बनवाएं और कैसे लें फायदा? | किसान क्रेडिट कार्ड (KCC): कैसे मिलेगा लाखों का फायदा?
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कोरोना महामरी के चलते देश में लॉकडाउन का तीसरा फेज चल रहा है जो 17 मई तक चलेगा। 54 दिनों के इस लॉकडाउन में रोजगार धंधे सब प्रभावित हो रहे हैं। खेती बाड़ी से घर का खर्च चलाने वाले हों या दिहाड़ी मजदूर, इन सभी लोगो को बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। हालांकि देश के अन्न दाता यानी किसानों को सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 3 किस्तों में साल में 6000 रुपये सालाना की मदद कर रही है, जिसकी एक किस्त हाल ही में उनके खातों में भेजी गई है। वहीं, इस तरह की संकट की घड़ी में आप किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) का भी फायदा उठा सकते हैं, जिसकी लिमिट 1.6 लाख रुपये हो गई है। इस कार्ड में ब्याज दर भी बेहद कम है।
आखिर क्या होता है ये किसान क्रेडिट कार्ड? इसे समझना आपके लिए भी जरूरी हो सकता है। अगर आप किसान हैं और अब तक किसान क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है तो इसके बारे में जानकारी जरूर रखें, आपके काम आ सकती है। तो आइये जानते है किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में विस्तार से ।
दोस्तों मोदी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। अब सभी किसान अपना किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकते है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के दूसरे चरण में इसकी घोषणा की। सरकार ने कहा है कि सिर्फ तीन डॉक्युमेंट्स पर ही किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनेगा। इसके लिए बैंक पीएम किसान सम्मान निधि का भी डाटा इस्तेमाल कर सकते हैं। आवेदन के 15 दिन के भीतर केसीसी जारी करने को कहा गया है।
आइए जानें क्या है किसान क्रेडिट कार्ड, इसे कैसे बनवाया जा सकता है और कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड(KCC)?
KCC को भारत सरकार ने एक कल्याणकारी योजना के रूप में किसानों के लिए 1998 में शुरू किया था। इसके जरिए किसानों को जरूरत के मुताबिक आसानी से खेती के लिए लोन मिल जाता है। किसान क्रेडिट कार्ड के ज़रिये खाद, बीज, कीटनाशक आदि की खरीदारी के लिए लोन लिया जा सकता है। इस कार्ड की शुरुआत नाबार्ड और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मिलकर की थी। फिलहाल लगभग 6।92 करोड़ किसानों के पास KCC है। इस योजना के तहत किसानों को एक डेबिट कार्ड इशू किया जाता है, जिससे वे अपने खाते से पैसे निकाल सकते हैं। अगर खाते में पैसा बचा होता है तो उसपर उन्हें एक बचत खाते की दर से ही ब्याज मिलता है।
किसान क्रेडिट कार्ड किसानों को खरीफ फसल और रबी फसल के लिए दिया जाता है। इस कार्ड में आपके पास उपलब्ध जमीन के मुताबिक, लिमिट बनाई जा सकती है। यानी आपके पास जितनी ज्यादा जमीन होगी, उतना लिमिट ज्यादा होगा। जिला स्तर पर गठित कमिटी के आधार पर फसलों का वित्त माप तय होता है और इसी आधार पर बैंक किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट तय करते हैं। सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के बैंक किसान क्रेडिट कार्ड जारी करते हैं।
खेती से जुड़े उपकरणों की खरीद के लिए किसानों की महाजनों पर निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से केसीसी स्कीम की शुरुआत सरकार ने की थी। इसके तहत आसान दरों पर किसान को लोन दिया जाता है। केसीसी के तहत किसान पांच साल में तीन लाख तक का अल्पकालिक लोन ले सकते हैं।पहले एक लाख तक के लोन के लिए किसान को अपनी जमीन गिरवी रखनी होती थी। इस राशि को बढ़ाकर अब 1.60 लाख रुपये कर दिया गया है।
खेती के लिए वैसे तो 9 फीसदी की दर पर लोन मिलता है, लेकिन सरकार इसपर 2 पर्सेंट की सब्सिडी देती है। यानी यह 7 फीसदी हुआ। वहीं अगर किसान इस लोन को समय पर लौटा देता है तो उसे 3 फीसदी की और छूट मिल जाती है। यानी इस शर्त पर उसको लोन पर महज 4 फीसदी ब्याज देना होता है, जो काफी कम है।
पशुपालन और मछलीपालन वाले किसानों को भी अब केसीसी के जरिए दो लाख रुपये तक का लोन प्रति किसान चार फीसदी की ब्याज दर पर लाभ मिलेगा ।
किसानक्रेडिटकार्डकेफायदे
• किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम के तहत किसान खेती से जुड़ी सभी जरूरत की चीजें खरीद सकता है और बाद में अपनी फसल बेचकर अपना लोन चुका सकता है।
• इसका एक बड़ा फायदा खासकर गरीब किसानों को होता है जिनके पास खेती की जमीन कम है। इसमें 1.60 लाख रुपए तक का लोन लेने के लिए जमीन को गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती है। यानी बिना किसी सिक्योरिटी के लोन मिल जाता है। वैसे 1.60 लाख रुपए तक के किसी भी एग्री लोन के लिए भी खेती की जमीन बंधक रखने की जरूरत नहीं पड़ती है।
• एसबीआई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, सभी केसीसी अकाउंट होल्डर को एटीएम कम डेबिट कार्ड फ्री में जारी किए जाते हैं। इसके अलावा 3 लाख रुपए तक के लोन पर सालाना आधार पर 2 प्रतिशत तक ब्याज में राहत का प्रावधान है। अगर आप जल्दी लोन चुका देते हैं तो आपको सालाना ब्याज में तीन प्रतिशत तक की राहत मिल सकती है।
• किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दरें अलग-अलग बैंकों पर निर्भर करता है। हालांकि आमतौर पर यह 9-11.50 प्रतिशत तक होता है।
• खेतों में फसल को कीड़ों के हमले या किसी प्राकृतिक आपदा के चलते नुकसान होने पर फसल का बीमा कवर भी मिलता है। हालांकि फिलहाल फसल बीमा कराना स्वैच्छिक कर दिया गया है।
• किसान क्रेडिट कार्ड के साथ डेयरी से जुड़ा लोन भी उपलब्ध कराया जाता है। किसान क्रेडिट कार्ड में हर साल रिन्यूअल के आधार पर 10 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ पांच साल तक का किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जाता है।
आइये जानते है की किनबैंकोंसेमिलसकताहैकिसानक्रेडिटकार्ड
एनपीसीआई यानी कि नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया रुपे किसान क्रेडिट कार्ड जारी करती है। इसके अलावा नाबार्ड किसानों को आसानी से टर्म लोन उपलब्ध कराता है। एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया और आईडीबीआई बैंक से भी किसान केसीसी प्राप्त कर सकते हैं।
किसे मिलेगा किसान क्रेडिट कार्ड
खेती-किसानी से जुड़ा कोई भी व्यक्ति चाहे वह अपने खेत में खेती करता हो यो किसी और की जमीन पर किसानी करता हो, किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकता है। केसीसी के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति की लोन की अवधि समाप्त होने तक न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम 75 साल होना चाहिये । 60 साल से ज्यादा उम्र के आवेदक के लिए एक सह-आवेदक (60 साल से कम) होना जरूरी है. यह आवेदक का नजदीकी रिश्तेदार हो सकता है ।
अप्लाईकरनेसेपहलेइनडॉक्यूमेंटकोरखेंतैयार आईडी प्रूफ के तौर पर पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट की जरूरत पड़ सकती है । एड्रेस प्रूफ के लिए जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस या कोई दूसरे सरकारी आईडी और पासपोर्ट साइज फोटो तैयार रखें।
ऐसे करे आवेदन
आप जिस बैंक में किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, उसकी वेबसाइट पर जाएं. यहां क्रेडिट कार्ड सेक्शन पर जाएं।
यहां आपको एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर इसे प्रिंट करना होता है। फॉर्म को अच्छे से मांगी गई सभी जानकारियों के साथ भरें।
इसके बाद जरूरी डॉक्यूमेंट के साथ उस फॉर्म को नजदीकी बैंक शाखा में जमा करें।
फिर बैंक शाखा में ऑथोराइज्ड लोन ऑफिसर आपको सभी जरूरी जानकारी देंगे और जरूरी डॉक्यूमेंट्स के वेरिफिकेशन के बाद मैक्सिमम 15 दिनों में आपका लोन मंजूर होगा और किसान क्रेडिट कार्ड/एटीएम कार्ड आपके पते पर पहुंच जाएगा।
आप चाहें तो सीधे बैंक की उस शाखा में जाकर भी अप्लाई कर सकते हैं।
खत्महुएयेचार्जेज पहले सरकार किसानो से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए प्रोसिंग फीस, इंस्पेक्शन और लेजर फोलिया चार्ज लेती थी लेकिन अब इसे अब खत्म कर दिया गया है।
लोननमिलेतोक्याकरें
सरकार ने बैंकों (Bank) को सख्त आदेश दिए हैं। फिर भी अगर आपको कोई बैंक लोन नहीं दे रहा है तो उसकी लीड बैंक और डिस्ट्रिक्ट लेबल बैंकर्स कमेटी में शिकायत लगाईए। जिला स्तर पर डिस्ट्रिक्ट लीड बैंक मैनेजर इसके लिए जवाबदेह है और राज्य स्तर पर राज्य की बैंकिंग कमेटी। यहां से भी बात न बने तो रिजर्व बैंक, वित्त और कृषि मंत्री से शिकायत करिए. अधिकारी को किसान क्रेडिट कार्ड बनाना ही पड़ेगा। अगर बैंक अधिकारी मना कर रहा है तो उस पर कार्रवाई हो सकती है।
तो दोस्तों ये हमने आज डिसकस किया किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में । किसान क्रेडिट कार्ड बनवा कर आप आसानी से लोन प्राप्त कर सकते है और वो भी मात्र ४ प्रतिशत ब्याज दर पर। तो दोस्तों उम्मीद करते है की आपको हमारा ये आर्टिकल अच्छा लगा होता । हमारा आर्टिकल आपको कैसा लगा ये हमें नीचे कमेंट करके ज़रूर बताएगा और अपने सुझाव भी ज़रूर दीजियेगा।