बरसात या बाढ़ के पानी में डूब गई कार, क्या मिलेगा बीमा पालिसी का लाभ ? और अगर मिलेगा तो कैसे और क्या है शर्ते ?
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भारी बारिश से कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। डैम फुल हो गए हैं तो नदी नाले उफान पर है। पानी की निकासी की सही व्यवस्था न होने के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों के वाहन डूब गए हैं। मानसून की दस्तक के बाद लगभग पूरे भारत में लगातार बारिश कई दिनों से कहर बरपा रही है। हाल फिलहाल की बात करे तो पहाड़ों पर बारिश के कारण लोगों को काफी नुकसान हुआ है। सोशल मीडिया पर उफनती नदियों में बहती कारों का दृश्य रोंगटे खड़े करने वाला है। लोगों के घर बारिश के पानी में डूब गए हैं। कई इलाकों में कारें और बाइकें पानी में डूबी नजर आ रही हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि बाढ़ में अगर कार डूब जाए या बह जाए तो क्लेम करने का क्या तरीका है? ऐसी स्थिति में क्लेम मिलेगा भी या नहीं? आज हम इसी बारे में बात करेंगे की अगर आपकी गाडी में पानी भरने की वजह से कोई नुक्सान हो जाये तो कैसे मिलेगा इन्शुरन्स क्लेम ? तो चलिए शुरू करते है।
अगर आपका मोटर वाहन बीमा (Car/ Bike Insurance) ‘कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस’ है तो आपको हर तरह के नुकसान की भरपाई के लिए बीमा क्लेम मिलता है। इस बीमा में प्राकृतिक आपदा जैसे कि तूफान, बारिश, बाढ़, भूकंप और भूस्खलन से होने वाले नुकसान पर भी बीमा कवर मिलता है। अब बारिश में पेड़ गिरा हो या पानी में कार/ बाइक बह गई हो, आपके नुकसान की भरपाई इस बीमा से हो जाएगी।
इसके अलावा कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस में वाहन चोरी हो जाने पर भी कवर मिलता है। साथ ही अगर गाड़ी को नुकसान आपकी गलती से पहुंचता है, तो भी पॉलिसी में कवर मिलता है। यानी इस बीमा में गाड़ी की चोरी, आग से नुकसान, बाढ़ के पानी के कारण होने वाला नुकसान, भूकंप, भूस्खलन, तूफान आदि प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाली क्षति का कवर मिलता है। इसमें किसी जानवर से होने वाले नुकसान का भी मुआवजा मिलता है।
इंश्योरेंस कंपनी की ओर बाढ़ या फिर अन्य प्राकृतिक आपदाओं में भी क्लेम दिया जाता है। मोटर इंश्योरेंस खरीदते समय अपने एजेंट से खुलकर बात कर लेनी चाहिए कि क्या कवर होगा और क्या नहीं। इसके अलावा आप एक्स्ट्रा प्रीमियम देकर भी कुछ शर्तों को और जुड़वा सकते हैं।
दोस्तों नोर्मल्ली हमारी कार का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस होता है। जिसमें सड़क दुर्घटना से होने वाली जान-माल की हानि का हर्जना मिलता है। लेकिन यहां जान लें कि बारिश के पानी या बाढ़ आदि के पानी से वाहन को होने वाले नुकसान के लिए हमें इंजन प्रोटेक्टर ऐड-ऑन इंश्योरेंस या कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस लेना होगा तभी इन्शुरन्स क्लेम मिलेगा। थर्ड पार्टी इन्शुरन्स में ये कवर नहीं होंगे। कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी ही एकमात्र पॉलिसी है, जिसमें आपको खराब मौसम के कारण गाड़ी को हुए नुकसान को दुरुस्त करने या इसे रिप्लेस करने का कवर मिलता है। हालांकि, यह पॉलिसी वैकल्पिक है। लेकिन अगर आप गाड़ी फाइनेंस कराते हैं तो बैंक आपको इसे खरीदने के लिए कहता ही है। इंजन प्रोटेक्टर ऐड-ऑन इंश्योरेंस अगर आपने करवा रखा है तो आपकी कार के इंजन में होने वाले किसी भी डैमेज जो कवर करता है।
कारकीमतकेअनुसारपेमेंट
किसी भी ऐड-ऑन इंश्योरेंस की किस्त वाहन के मॉडल, कीमत और साइज के हिसाब से होती है। सामान्य इंश्योरेंस से इसकी पेमेंट कुछ ज्यादा होती है। यह पेमेंट कार अनुसार 5 से 50 हजार रुपये तक हो सकती है। पॉलिसी के हिसाब से भी अपनी पेमेंट चुन सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी कार के नजदीकी डीलरिशप या फिर इंश्योरेंस एजेंट के पास जाना होगा। अगर आपने इंजन प्रोटेक्टर ऐड-ऑन इंश्योरेंस लिया है तो बिना किसी झंझट आपको बारिश से होने वाले नुकसान का फुल फ्लेम आसानी से मिल जाएगा। सामान्य इंश्योरेंस पॉलिसी में पानी के कारण इंजन में आई खराबी का क्लेम नहीं मिलता है। इसलिए प्राकृतिक घटनाओं से बचने के लिए हमेशा कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस का चुनाव करना चाहिए। इसमें बारिश और बाढ़ के अलावा तूफान, चक्रवात और भूकंप से होने वाले नुकसान पर क्लेम मिलता है। यदि आप ऐसे इलाके में रह रहे हैं, जहां हर बारिश में बाढ़ की स्थिति बना जाती है, तो जीरो डेप इंश्योरेंस के साथ वॉटर डैमेज या इंजन प्रोटेक्शन और कंज्यूमेबल प्रोटेक्शन जरूर लें और टेंशन फ्री रहें।
1- अगर आपकी गाड़ी का इंजन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस हैं और गाड़ी डूब गई है, तो टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है। बस गाड़ी में चाबी न लगाएं न ही उसे स्टार्ट करने की कोशिश करें।
2. अगर आपकी गाडी पानी में डूब गयी है और आपने गलती से भी गाड़ी स्टार्ट करने की कोशिश की तो आपके सामने एक दूसरी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। क्योंकि अगर आपने इग्निशन ऑन किया तो कचड़ा इंजन के अंदर जा सकता है और इस स्थिति में आपको क्लेम नहीं मिलेगा। ऐसे स्थिति में जब सर्वेयर इंजन का मुआयना करेगा और इंजन में उसे किसी प्रकार का कचड़ा दिखा या ये पता लगा कि गाड़ी का इग्निशन ऑन किया गया था, तो वो क्लेम रिजेक्ट कर देगा। क्योंकि इग्निशन ऑन करने पर ही इंजन के अंदर कचड़ा जाता है।
3. पानी में यदि कार डूब कर बंद हो गई है तो सबसे पहले इंश्योरेंस कंपनी को संपर्क करें।
4. कार को authorised सर्विस सेंटर (ASC) के टो ट्रक से ही वहां से उठवाएं और इस दौरान यदि इंश्योरेंस कंपनी का एजेंट वहां नहीं है तो उसकी वीडियोग्राफी करें।
5. अपनी गाड़ी के डूबे हुए या पानी में मौजूद रहने का फोटो खींच लें, पानी में डूबी कार का वीडियो बना लें। जिससे की इंश्योरेंस क्लेम का दावा करते हुए जरूरत पड़ने पर अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ इसे सबूत के तौर पर पेश किया जा सके।
6. कार के सभी डाक्यूमेंट्स को संभालकर रखें, क्लेम के समय इनकी जरूरत पड़ेगी।
कार के ASC पहुंचते ही इंश्योरेंस की कार्रवाई शुरू कर दें और कार में हुए नुकसान का एस्टीमेंट बनवा कर इंश्योरेंस क्लेम के साथ लगाएं।
7. यदि कार बाढ़ के कारण इतनी खराब हो गई है कि उसकी मरम्मत नहीं कराई जा सकती, तो ऐसी स्थिति में रिटर्न टू इनवॉइस कवर बहुत काम आता है। अगर आपके पास यह कवर है तो आप अपने वाहन का खरीद मूल्य या कार के चालान मूल्य का क्लेम कर सकते हैं। इसमें रजिस्ट्रेशन और रोड टैक्स का खर्च भी शामिल होता है। यह भी इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी पॉलिसी शर्तें क्या हैं। सबसे जरूरी बात आप कार या अपने किसी भी वाहन का बीमा कराते वक्त बीमा की सभी शर्तों और कवर के बारे में ध्यान से जरूर पढ़ लें।
बेसमेंटपार्किंगमेंपानीभरनेपरभीमिलेगाक्लेम?
कई बार बारिश के दौरान बेसमेंट की पार्किंग में पानी भर जाता है और इस वजह से गाड़ी का इंजन सीज हो जाता है, तो क्या ऐसी स्थिति में भी कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस से क्लेम मिलता है? तो हम आपको बताते हैं कि प्राकृतिक आपदा की वजह से इंजन सीज होने की स्थिति को हाइड्रोस्टेटिक लॉक कहते हैं। ऐसे मामलों में कंपनियां क्लेम नहीं देती हैं क्योंकि इसे दुर्घटना नहीं मानती हैं। हालांकि ऐसी स्थिति में क्लेम पाने के लिए गाड़ी के मालिक इंजन प्रोटेक्टर कवर खरीद सकते हैं। यदि आपने कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस के साथ इंजन प्रोटेक्टर कवर भी लिया है तो इस स्थिति में भी क्लेम मिलेगा।
क्या कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस के साथ मिलता है इंजन प्रोटेक्टर कवर ?
दोस्तों, कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस अपने साथ इंजन प्रोटेक्टर कवर को शामिल नहीं करती। इंजन प्रोटेक्टर कवर आपको अलग से ऐड करवाना पड़ता है। अगर आपने कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस के साथ इंजन प्रोटेक्टर कवर भी ले रखा है तो आपको चिंता करने की बिलकुल ज़रूरत नहीं । फिर अगर आपकी गाडी के इंजन में कोई खराबी आती है पानी भरने की वजह से तो आपको पूरा क्लेम मिलेगा।
कैसेकरेंअपनेबीमाकवरकोक्लेम?
अगर आपकी कार या बाइक पर पेड़ गिर गया है या बारिश से कोई और नुकसान हुआ है, तो बीमा क्लेम करने के लिए इन स्टेप को फॉलो करके कर सकते है –
1. सबसे पहले अपनी बीमा कंपनी के टोल-फ्री नंबर पर क्लेम के लिए रजिस्टर करें। अपने पॉलिसी नंबर को अपने पास रखें ताकि टेलीकॉलर को बताने में आसानी रहे।
2. बीमा क्लेम लेने का फॉर्म भरें. साथ में सारे डॉक्यूमेंट जमा करें और क्लेम फॉर्म को सबमिट करें । क्लेम फॉर्म आपको बीमा कंपनी की वेबसाइट पर मिल जाएगा ।
3. आपके क्लेम एप्लाई करने के बाद बीमा कंपनी एक सर्वेयर को भेजेगी। सर्वेयर आपसे कार/बाइक के सारे दस्तावेज की कॉपी मांग सकता है, तो उन्हें तैयार रखें।
4. एक बार कार का निरीक्षण पूरा होते ही आपका इंश्योरेंस क्लेम आ जाएगा । आप इसके स्टेटस को लगातार चेक कर सकते है।
तो दोस्तों इन्शुरन्स लेते वक़्त अपनी इन्शुरन्स पालिसी की पूरी जानकारी ले और कम्प्रेहैन्सिव पालिसी जीरो डेप इंश्योरेंस के साथ वॉटर डैमेज या इंजन प्रोटेक्शन और कंज्यूमेबल प्रोटेक्शन जरूर लें और टेंशन फ्री रहें।