ड्रोन दीदी योजना क्या है ? किसे मिलेगा फायदा और कैसे करे आवेदन ?/ Drone Didi Scheme 2024
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 नवंबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत अगले कुछ वर्षों में सरकार ने 1261 करोड़ रुपए खर्च कर 15,000 महिला एसएचजी को ड्रोन मुहैया कराने का फैसला किया है। यह स्कीम महिलाओं को सशक्त बनाने और कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने की मंशा से शुरू की गई है। लखपति दीदी योजना की तरह ही इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाना है। इसमें महिला ड्रोन पायलट को वेतन के रूप में प्रति माह 15,000 रुपये तक मिलेंगे। इस स्कीम से किसे फायदा होगा? यह स्कीम कब शुरू हुई? कैसे इसका लाभ उठाया जा सकता है? आज हम इन्ही सब सवालो के बारे में जानेगे तो चलिए शुरू करते है।
दोस्तों वर्तमान समय में भारत में कुल 6,28,221 गाँव हैं। अगर खेती में ड्रोन को इस्तेमाल करना है तो ड्रोन को सभी के लिए उपलब्ध कराना होगा ताकि खेती का तरीका बदला जा सके। लेकिन, एक ड्रोन की कीमत 6 से 10 लाख रुपये तक होती है और यह पांच से सात साल तक ही प्रभावी रहता है, इसलिए उम्मीद कम है कि ट्रैक्टर की तरह किसान इसे खरीदेंगे।
ऐसे में ड्रोन को किराये पर देकर खेती में इस्तेमाल करना ही एकमात्र विकल्प बचता है। इसीलिए रासायनिक उर्वरक बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी कंपनी इफको खुद 2,500 एग्री ड्रोन खरीद रही है। ताकि इसे किराये पर देकर नैनो यूरिया व डीएपी का छिड़काव कराया जा सके। नहीं तो ड्रोन की कमी के कारण किसान भारत की इस अनोखी खोज को स्वीकार नहीं कर पाएंगे। केंद्र सरकार भी इस कमी को पूरा करने की कोशिश कर रही है इस स्कीम के जरिये। ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को 15 हजार ड्रोन बांटे जाएंगे, जिस पर कुल 1261 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
क्या है ये योजना?
ड्रोन दीदी पहल प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि उद्देश्यों के लिए किसानों को किराए पर लेने के लिए 15,000 महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन प्रदान करने के लिए घोषित एक योजना है। अनुमान है कि कृषि उद्देश्यों के लिए ड्रोन किराए पर लेकर महिला किसान सालाना 1 लाख रुपये तक की अतिरिक्त आय अर्जित कर सकती हैं। ड्रोन सब्सिडी के लिए देशभर से 15 हजार महिला एसएचजी का चयन किया जाएगा। इस योजना के तहत ड्रोन पायलट को 15,000 रुपये और सह-पायलट को करीब 10,000 रुपये का वेतन मिलेगा। इसमें महिला ड्रोन पायलट को 10 से 15 गांव का एक क्लस्टर बनाकर ड्रोन दिया जाएगा। जिसमें से एक महिला को ड्रोन दीदी के रूप में चुना जाएगा। इस योजना से न केवल महिला स्वयं सहायता समूह को लाभ मिलेगा, बल्कि कृषि कार्य उर्वरकों के छिड़काव में भी किसानों को सहायता मिलेगी।
ड्रोन का उपयोग खेती के लिए कितनी फायदेमंद
किसी भी फसल में अचानक बीमारी आ जाने के कारण स्प्रे करना असंभव होता था। अब इस ड्रोन तकनीक से एक बार में काफी बड़े एरिया में छिड़काव किया जा सकेगा। इससे दवा और समय दोनों की बचत होगी। पहले समय के अभाव में किसान दवा का छिड़काव नहीं कर पाते थे। जिससे फसलों में कीड़े लग जाते थे और फसलें बर्बाद होती थी, मगर अब ड्रोन से एक भी बार में ज्यादा एकड़ में छिड़काव हो सकेगा।
कैसे होगी ट्रेनिंग –
इस योजना के अंतर्गत ऐसे महिला स्वयं सहायता समूहों की पहचान की जाएगी जहां ड्रोन का उपयोग आर्थिक रूप से संभव है और विभिन्न राज्यों में पहचाने गए समूहों में 15,000 प्रगतिशील महिला एसएचजी को ड्रोन प्रदान करने के लिए चुना जाएगा। महिला एसएचजी का एक सदस्य, जो पूरी तरह से योग्य है, जिसकी आयु 18 वर्ष और उससे अधिक है, को 15 दिनों के ड्रोन प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा। पांच दिनों की अनिवार्य ड्रोन पायलट ट्रेनिंग होगी। जबकि कृषि कार्य में पोषक तत्वों एवं कीटनाशकों के प्रयोग पर 10 दिवसीय प्रशिक्षण होगा। ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने, डेटा विश्लेषण और ड्रोन के रखरखाव के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें ड्रोन का इस्तेमाल करके अलग-अलग कृषि कार्यों के लिए भी प्रशिक्षित किया जाएगा। इनमें फसलों की निगरानी, कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव और बीज बुआई शामिल है।एसएचजी के परिवार के अन्य सदस्य जो विद्युत वस्तुओं, फिटिंग और यांत्रिक कार्यों की मरम्मत करने के इच्छुक हैं, उनका चयन राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया जाएगा। उन्हें ड्रोन तकनीशियन या सहायक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा।
क्या है सब्सिडी प्लान-
ड्रोन खरीदने के लिए महिला समूहों को ड्रोन एवं एसेसरीज/एक्सेसरीज शुल्क का 80 प्रतिशत (अधिकतम आठ लाख रुपये) केंद्रीय सहायता के रूप में दिया जाएगा। शेष राशि राष्ट्रीय कृषि इन्फ्रा फाइनेंसिंग सुविधा (एआईएफ) के तहत ऋण के रूप में जुटाई जा सकती है। इस ऋण पर 3 % ब्याज में छूट मिलेगी। ।
ड्रोन दीदी योजना पात्रता (Eligibility)-
•महिला स्वयं सहायता ग्रुप की महिलाए योजना के लिए पात्र हैं।
•सिर्फ भारतीय महिला ही योजना के लिए पात्र हैं।
•महिला की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए ।
प्रधानमंत्री ड्रोन दीदी योजना के लिए दस्तावेज़
•स्वयं सहायता समूह कार्ड
•आधार कार्ड
•स्थायी निवास प्रमाण पत्र
•बैंक खाता
•पासपोर्ट साइज फ़ोटो
•मोबाइल नंबर।
ड्रोन दीदी योजना में आवेदन कैसे करें–
ड्रोन दीदी योजना के लिए स्वयं सहायता समूह से जुड़ी जो महिलाएं आवेदन करना चाहती हैं, उनको थोड़ा इंतजार करना होगा, क्योंकि अभी ऑनलाइन आवेदन के लिए आधिकारिक वेबसाइट की जानकारी सामने नहीं आई है। फिलहाल इस योजना को सरकार की मंजूरी मिली है। जैसे ही आवेदन और ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया जाता है, हम इस आर्टिकल के जरिए आपको अपडेट देते रहेंगे।