Bank Service Charges -2021 | ऐसे 10 Hidden Charges जो बैंक आपसे वसूलते हैं, शायद नहीं जानते होंगे आप

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दोस्तों आज के समय में हर कोई बैंकों की सेवाओं का इस्तेमाल करता है और उसके बदले वह बैंक को तमाम तरह के चार्ज भी पे करता है। कोई दूसरे बैंक का एटीएम इस्तेमाल करने पर चार्ज (ATM Cash withdrawal charge) देता है, तो कोई पैसे ट्रांसफर (Money transfer charge) करने या फिर किसी तरह की मेंटेनेंस फीस।

ऐसा कोई बैंक नहीं जो अपने कस्टमर्स से कोई चार्ज ना लेता हो। कुछ बैंकों में ये चार्ज अधिक होते हैं तो कुछ में कम। ये चार्ज अलग-अलग सर्विस के लिए अलग-अलग तरह की होती हैं।  लेकिन अक्सर अकाउंट होल्डर्स को यह शिकायत होती है कि उनका बैंक बिना किसी कारण उनके खाते से पैसे काट लेते हैं।  यह सच भी है कि बैंक अपने ग्राहकों को बैंक सर्विस पर लगने वाले शुल्क के बारे में न तो कोई एसएमएस से जानकारी देता है और न ही मेल करता है। और इसी वजह से लोगों में अविश्वास की भावना पैदा होती है।  इनमें से कई चार्ज तो हिडेन होते हैं।  यह हाल केवल निजी बैंकों का ही नहीं बल्कि सार्वजनिक बैंकों का भी है। आइए जानते हैं बैंक अपने ग्राहकों से कौन-कौन से चार्ज (how many charges bank levies) लेते हैं।

1- कैश ट्रांजेक्शन चार्ज

हर बैंक में सेविंग अकाउंट होल्डर को एक निश्चित सीमा तक कैश ट्रांजेक्शन मुफ्त में करने की इजाजत होती है, जिसके बाद उस पर कैश ट्रांजेक्शन चार्ज लगता है। जैसे एक्सिस बैंक में आप एक महीने में 2 लाख रुपये तक या चार बार मुफ्त में कैश निकाल सकते हैं, उसके बाद बैंक आप पर निकाली जाने वाली राशि का 2.5 फीसदी चार्ज लेता है। अलग-अलग बैंकों में ये चार्ज अलग हो सकता है। यह 50-150 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन हो सकता है।

2. आईएमपीएस फंड ट्रांसफर चार्ज

Reserve Bank of India (RBI) ने National Electronic Funds Transfer (NEFT) और Real-time Gross Settlement (RTGS) में इस साल से सभी चार्ज खत्म कर दिए हैं। RBI ने जुलाई महीने में मॉनेटरी पॉलिसी के रिव्यू के दौरान ऐलान किया था कि जनवरी 2020 से NEFT और RTGS पर लगने वाले चार्ज खत्म कर दिए जाएंगे। लेकिन अभी भी आईएमपीएस ट्रांजेक्शन के लिए चार्ज लिया जाता है। यह चार्ज 1 रुपये से लेकर 25 रुपये तक हो सकता है। अभी भारतीय स्टेट बैंक ने आईएमपीएस चार्ज लेना बंद किया हुआ है। वहीं एचडीएफसी बैंक में 1 लाख रुपये से अधिक की ट्रांजेक्शन पर 15 रुपये का चार्ज लगता है। एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में भी लगभग इतना ही चार्ज लगता है।

3. अकाउंट बंद कराने का भी लगता है चार्ज

अगर आपने कई बैंक अकाउंट खुलवा रखे हैं और अब कुछ अकाउंट बंद करना चाहते हैं, तो ध्यान रहे कि इसमें भी बैंक आपसे कुछ चार्ज वसूलते हैं।  अगर आपको अकाउंट खुलवाए छह माह भी नहीं हुए हैं, तो ज्यादातर बैंक इसे बंद करने की एवज में 50 से 200 रुपए तक का चार्ज वसूलते हैं।  अगर आपके अकाउंट से पिछले छह माह से किसी भी तरह का ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है, तो इसके लिए भी आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है।  इसमें सरकारी और निजी बैंकों के अलग-अलग नियम हैं।

4. मिनिमम बैलेंस चार्ज

अगर किसी ग्राहक के खाते में बैलेंस एक निश्चित सीमा से कम होता है तो उस पर कुछ बैंक चार्ज लगाते हैं। यानी कुछ बैंकों में ये नियम है कि महीने भर में ग्राहक का एक औसतन न्यूनतम बैलेंस रहना चाहिए। जैसे आईसीआईसीआई बैंक के मेट्रो और अरबन ब्रांच में न्यूनतम 10 हजार रुपये का बैलेंस मेंटेन करना जरूरी है। वहीं सेमी-अरबन और रूरल ब्रांच में यह सीमा 5000 रुपये है। अगर ग्राहक न्यूनतम बैलेंस मेंटेन नहीं कर पाता है तो उस पर कुछ चार्ज लगता है। आईसीआईसीआई बैंक में यह चार्ज 100 रुपये प्लस न्यूतनम बैलेंस में जितना पैसा कम हो उसका 5 फीसदी चुकाना होता है। इसी तरह एसबीआई में मेट्रो में 3000, शहरी क्षेत्रों में 2000 और गांवों में 1000 रुपये न्यूनतम राशि घोषित किया हुआ है।  इससे कम रकम होने पर 5 से 15 रुपये और इसपर टैक्सेज वसूलता है। इसी तरह अलग-अलग बैंक में अलग-अलग चार्ज लगता है।

5. एटीएम से पैसे निकालने पर चार्ज

कैश ट्रांजेक्शन की तरह ही एटीएम से पैसे निकालना भी एक तय सीमा तक मुफ्त होता है, उसके बाद चार्ज लगता है। जैसे भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक मेट्रो शहरों में 8 मुफ्त ट्रांजेक्शन देते हैं। इनमें से 5 बैंक के अपने एटीएम से और 3 दूसरे बैंक के एटीएम से मिलती हैं। इससे अधिक बार पैसे निकालने पर बैंक 20-50 रुपये तक चार्ज करते हैं। अलग-अलग बैंक के लिए ये चार्ज अलग-अलग हो सकता है। उदाहरण के लिए आईसीआईसीआई बैंक मेट्रो शहरों में बचत खाता धारकों को एक महीने में आठ मुफ्त एटीएम लेनदेन की अनुमति देता है। इसक ऊपर हर पैसों की लेन-देन के लिए आपको 20 रुपये + जीएसटी और गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 8.5 रुपये + जीएसटी देना होगा।

6. फेल्ड एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज और फेल ईसीएस लेनदेन

कई बार ऐसा होता है कि ग्राहक अपने खाते से एटीएम के जरिए पैसे निकालना चाहते हैं, लेकिन पर्याप्त राशि नहीं होने की वजह से ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है। ऐसी कंडीशन में बैंक फेल्ड एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज लेते हैं। अगर बात भारतीय स्टेट बैंक की करें तो हर फेल हुई ट्रांजेक्शन के लिए एसबीआई 20 रुपये और जीएसटी चार्ज करता है। वहीं एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और यस बैंक में 25 रुपये चार्ज किए जाते हैं। इसी तरह बैंक हर बार आपसे फेल ईसीएस लेन-देन पर शुल्क लेते हैं। कुछ बैंकों में सभी फेल ईसीएस लेनदेन के लिए फ्लैट जुर्माना होता है। हालांकि कुछ बैंक हैं जो खाते में अपर्याप्त धन के कारण उसी महीने में एक दूसरे फेल लेनदेन के बाद अधिक शुल्क लेते हैं। उदाहरण के लिए एचडीएफसी बैंक फ्लैट जुर्माने के रूप में 500 रुपये और उस पर जीएसटी वसूलता है।

7. एसएमएस चार्ज

बैंकों की तरफ से ग्राहकों को उनके खाते में हुई हर ट्रांजेक्शन का एसएमएस भेजा जाता है। हो सकता है कि आपको पता ना हो, लेकिन बैंक आपसे इसका भी चार्ज लेते हैं। अधिकतर लोगों को इस चार्ज का पता इसलिए नहीं चलता, क्योंकि यह बहुत ही मामूली होता है। मसलन एक्सिस बैंक में यह करीब 5 रुपये प्रति महीना है। आईसीआईसीआई में हर तिमाही के लिए 15 रुपये का चार्ज चुकाना होता है। इसी तरह बाकी बैंक भी अलग-अलग तरह से एसएमएस चार्ज लगाते हैं। चार्ज अधिक ना होने की वजह से कोई भी इसके लिए मना नहीं करता है। वैसे भी, एसएमएस सेवा का फायदा अधिक है, क्योंकि इससे आप अकाउंट में हुए किसी फ्रॉड से भी सजग हो सकते हैं।

8. कार्ड रिप्लेस करवाने का चार्ज

अगर आप अपना डेबिट कार्ड खो देते हैं तो दूसरा कार्ड पाने के लिए आपको बैंक को कुछ चार्ज देना होता है। यह चार्ज अलग-अलग बैंक के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है, जो 50 रुपये से लेकर 500 रुपये तक जा सकता है। उदाहरण के लिए भारतीय स्टेट बैंक में अभी डेबिट कार्ड रिप्लेस कराने का चार्ज 300 रुपये और जीएसटी है, जबकि एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक में यह चार्ज 200 रुपये है। वहीं यदि आप एटीएम पिन भूल जाते हैं, तो आपको इसे रीसेट करने पर हर बार शुल्क भी लिया जा सकता है ।

9. चेक की फीस और चेक क्लीयरेंस चार्ज

1 लाख रुपये से अधिक के चेक पर क्लीयरेंस चार्ज 150 रुपये लगता है, जो रिजर्व बैंक ने तय किया है। वहीं अगर चेक 1 लाख रुपये तक का है तो उस पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। सेविंग अकाउंट के लिए भारतीय स्टेट बैंक की तरफ से सिर्फ 10 चेक मुफ्त में मुहैया कराए जाते हैं। अगर आपको अधिक चेक की जरूरत है तो उसके लिए आपको हर 10 चेक के लिए 40 रुपये चुकाने होते हैं। हर बैंक में यह चार्ज अलग-अलग हो सकता है।

10. डॉक्यूमेंट्स 

डाक्यूमेंट्स जारी करने के लिए बैंक आपसे शुल्क भी ले सकते हैं। बैंक डुप्लिकेट पासबुक और खाता विवरण जारी करने के लिए 50-150 रुपये लेते हैं। हालांकि, ईमेल स्टेटमेंट चार्ज नहीं किया जाता है। यदि आपको एक प्रिंटेड स्टेटमेंट की आवश्यकता है, तो एक प्रिंटआउट खुद लें और इसे बैंक द्वारा सत्यापित करें। लेकिन कुछ बैंक सत्यापन के लिए शुल्क लेते हैं। उदाहरण के लिए, SBI हस्ताक्षर सत्यापन के लिए 150 रुपये का शुल्क लेता है।

इन चार्जेस के अलावा बैंक आपसे अलग-अलग परिस्थितियों में शुल्क और जुर्माना वसूल सकते हैं। इनमें चेक बाउंस,  नई चेक बुक जारी करना, डिमांड ड्राफ्ट, रिवार्ड पॉइंट रिडक्शन, लॉकर किराया, चेक का स्टेटस जानना और एड्रेस कन्फर्मेशन आदि शामिल हैं। ये शुल्क अलग-अलग बैंकों में कम-ज्यादा होते हैं।