All about Credit Card| Types of Credit Card |अपनी जरूरत और खर्चों के हिसाब से चुनें सही क्रेडिट कार्ड, वाइड रेंज से न हों कन्फ्यूज

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दोस्तों, आज के टाइम में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है।  बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों में भी इसके जरिए शॉपिंग, ट्रैवलिंग, एंटरटेनमेंट आदि खर्चों का वहन किया जा रहा है।  आज कस्टमर्स की अलग अलग ज़रूरतों  के लिए, क्रेडिट कार्ड के विभिन्न प्रकार उपलब्ध हैं।  बैंक, एनबीएफसी ने इन्हें कुछ कैटेगरी में बांट रखा है।  कस्टमर अपनी सहूलियत और खर्चों के आधार पर अपनी जरूरत की क्रेडिट कार्ड कैटेगरी का चुनाव कर सकते हैं और कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।  इन कैटेगरी में बेसिक से लेकर सुपर प्रीमियम कार्ड कैटेगरी तक शामिल हैं।  विभिन्न कैटेगरी के क्रेडिट कार्ड के फीचर्स और फायदे अलग-अलग रहते हैं।  बाज़ार में इतने अधिक विकल्प होने के कारण अपनी आवश्यकता के हिसाब से सही क्रेडिट कार्ड को चुनना मुश्किल है। इसीलिए आज हम जानेगे क्रेडिट कार्ड के अलग अलग टाइप्स के बारे में और जानेगे की कोन सा कार्ड आपके लिए बेस्ट होगा ये कैसे पता करे।  तो चलिए शुरू करते है :

दोस्तों, क्रेडिट कार्ड बैंकों और वित्तीय संस्थानों (बैंक और एनबीएफसी) द्वारा इशू किए जाते हैं। क्रेडिट कार्ड होल्डर  इन संस्थाओं से क्रेडिट (पैसे) उधार लेकर खरीदारी या बाकि की सुविधाओं /सर्विसेज के लिए पेमेंट कर सकते हैं। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड, कैशबेक, ग्रेस पीरियड पर इंटरेस्ट फ्री लोन जैसे आदि लाभ देता है।

जब आप क्रेडिट कार्ड (Credit Card) द्वारा शॉपिंग करते हैं तो आप बेसिकक्ली  एक शार्ट टर्म लोन ले रहे होते हैं। इस लोन पर कितना ब्याज लगेगा वो इसपर डिपेंड करता है कि आप इसे वापस कब करेंगे। यदि आप due डेट  से पहले भुगतान करने में सक्षम हैं तो कोई ब्याज नहीं लगेगा। खरीदारी के बाद बिलिंग साइकिल में भुगतान तिथि यानि due  डेट  से पहले क्रेडिट कार्ड की एक छोटी छूट अवधि भी होती है, जो लगभग 30-45 दिन हो सकती है। अगर आप उस अवधि के अंदर भुगतान कर देते हैं तो किसी भी तरह का ब्याज नहीं लगेगा। वहीं, कुल अमाउंट में से कुछ कम भुगतान करने पर आपकी डेली अमाउंट पर ब्याज बढ़ता है।

आइये दोस्तों सबसे पहल जानते है की क्रेडिट कार्ड क्यों खरीदें?

क्रेडिट कार्ड के बहुत सारे लाभ मिलेट है क्रेडिट कार्ड होल्डर को।  और इन बहुत सारे लाभों के साथ, सबसे महत्वपूर्ण लाभ ये है कि यह आपको क्रेडिट स्कोर बनाने में मदद कर सकता है। अच्छा क्रेडिट स्कोर होने से आप भविष्य में आसानी से लोन ले सकते हैं या लोन की ब्याज दरों में कटौती करा सकते हैं। क्रेडिट कार्ड आपको कम बीमा प्रीमियम प्राप्त करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, ऐसे कई क्रेडिट कार्ड हैं जो ग्राहकों को रिवॉर्ड योजनाओं के तौर पर कई अतिरिक्त लाभ देते हैं जैसे रिवॉर्ड पॉइंट, खरीदारी पर लाभ आदि।

बाज़ार में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की मांग बढ़ने के कारण, बैंक और वित्तीय संस्थाओं ने ग्राहकों के लिए क्रेडिट कार्ड आवेदन काफी आसान बना दिया है। आप क्रेडिट कार्ड के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही तरह से आवेदन कर सकते हैं। लेकिन आइये उससे पहले जानते है की क्रेडिट कार्ड किस किस प्रकार के होते है :

बेसिक क्रेडिट कार्ड:

ये कार्ड उन लोगों के लिए फायदेमंद रहते हैं, जो पहली बार क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने जा रहे हैं।  ऐसे क्रेडिट कार्ड रीजनेबल क्रेडिट लिमिट और रेगुलर फीचर्स के साथ आते हैं।  आमतौर पर इनकी सालाना फीस कम होती है।  कार्ड से ट्रांजेक्शन करने पर कोई एक्स्ट्रा बेनिफिट ऐसे कार्ड के फीचर्स में शामिल नहीं होते हैं।

ट्रैवल क्रेडिट कार्ड: आजकल कई बैंक ट्रेवल-सेंट्रिक क्रेडिट कार्ड ऑफर कर रहे हैं।  ये क्रेडिट कार्ड एयरपोर्ट लाउंज का उसे, एयर माइल अर्निंग, हवाई दुर्घटना बीमा, कम फॉरेन एक्सचेंज फीस इत्यादि जैसी ट्रेवल रिलेटेड फीचर्स से लैस होते हैं।  साथ ही सभी सामान्य लाभों को भी ऑफर करते हैं।  ट्रैवल क्रेडिट कार्ड की मदद से सभी एयरलाइन टिकट बुकिंग, बस और रेल टिकट बुकिंग, कैब बुकिंग आदि पर छूट का लाभ उठा सकते हैं।  प्रत्येक खरीद पर रिवॉर्ड प्वॉइंट्स मिलते हैं। जो लोग ट्रेवल बहुत ज्यादा करते है उनके लिए ये कार्ड काफी लाभदायक होते है।

फ्यूल क्रेडिट कार्ड: इन क्रेडिट कार्ड के जरिए जब आप अपने व्हीकल में फ्यूल भरवाते हैं तो फ्यूल सरचार्ज छूट और बोनस रिवॉर्ड पॉइंट के रूप में अतिरिक्त लाभ मिलता है।  कुछ बैंक विशिष्ट पेट्रोल पम्प कंपनियों के साथ साझेदारी रखते हैं।  ऐसे  में आपको तभी छूट मिलती है जब आप उन पर्टिकुलर पेट्रोल पम्पों से फ्यूल भरवाते हैं, जबकि कुछ बैंक ये छूट सभी पेट्रोल पम्प कंपनियों पर लागू करते हैं।  सरचार्ज छूट कैसे और कितनी मिलेगी ये आपके पास किस तरह का कार्ड है उस पर निर्भर है।

रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड: सामान्य से एक्स्ट्रा रिवॉर्ड ऑफर करने वाले क्रेडिट कार्ड्स को रिवार्ड्स क्रेडिट कार्ड के रूप में जाना जाता है। इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड में विशिष्ट खरीद और ट्रांजेक्शन पर बढ़े हुए रिवॉर्ड प्वॉइंट्स मिलते हैं।  earned  बोनस प्वॉइंट्स को फ्यूचर में की जाने वाली शॉपिंग पर डिस्काउंट के लिए रिडीम किया जा सकता है या अपने मासिक क्रेडिट कार्ड बिलों को कम करने के लिए रिडीम किया जा सकता है।

शॉपिंग क्रेडिट कार्ड: ये कार्ड लाइफस्टाइल लाभों जैसे कपड़े, जूते आदि वस्तुओं पर मिलने वाली छूट पर बेस्ड हैं।  शॉपिंग क्रेडिट कार्ड लगातार खरीदारी करने वालों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।  विशेष तौर पर उनके लिए जो अपने मंथली एक्सपेंसेस का पेमेंट क्रेडिट कार्ड से करना चाहते हैं।  शॉपिंग क्रेडिट कार्ड से खरीदारी या ट्रांजेक्शन पर छूट का लाभ उठाने के लिए पार्टनर स्टोर पर ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदारी करनी होती है।  इन कार्ड्स के ज़रिये साल भर कैशबैक, डिस्काउंट वाउचर आदि का लाभ लिया जा सकता है।

सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड: ये क्रेडिट कार्ड आपकी फिक्स्ड डिपॉजिट यानि FD  के बदले में दिया जाता है।  अगर आप भविष्य में क्रेडिट कार्ड के बिल भुगतान में कोई डिफॉल्ट करते हैं तो बैंक आपकी एफडी बंद कर सकता है।  आमतौर पर बैंक सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट एफडी के 85% के बराबर रखते है। सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड आम क्रेडिट कार्ड की तरह काम करता है और साथ ही एफडी पर आपको ब्याज भी मिलता रहता है।

ग्रॉसरी क्रेडिट कार्ड: यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ग्रोसरी खरीदने के लिए करते हैं, तो ग्रॉसरी क्रेडिट कार्ड लिया जा सकता है।  ये कार्ड चुनिंदा सुपरमार्केट और डिपार्टमेंटल स्टोर पर अतिरिक्त रिवॉर्ड पॉइंट या कैशबैक ऑफर करते हैं, जिससे ग्रॉसरी खरीदारी पर पैसे बचा सकते हैं।

एंटरटेनमेंट क्रेडिट कार्ड: जो लोग फिल्मों, कॉन्सर्ट और इवेंट्स में जाना पसंद करते हैं उनके लिए एंटरटेनमेंट क्रेडिट कार्ड एक अच्छा विकल्प है।  जब आप मूवी टिकट बुकिंग के लिए भुगतान करते हैं तो ये कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबैक देते हैं।  कुछ कार्ड ‘बुक माय शो’ आदि जैसे प्लेटफॉर्म के साथ को-ब्रांडेड हैं।

कोब्रांडेड क्रेडिट कार्ड: कुछ क्रेडिट कार्ड एयरलाइन, होटल, स्टोर या अन्य ब्रांड्स के साथ को-ब्रांडेड होते हैं।  बैंक ब्रांड्स के साथ साझेदारी कर को ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड पेश करते हैं।  जब आप पार्टनर ब्रांड्स पर क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते हैं तो अतिरिक्त रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबैक ऑफर होता है।  इन्ही क्रेडिट कार्ड्स को को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड्स कहा जाता है।

कैशबैक क्रेडिट कार्ड: कुछ प्रमुख बैंक कैशबैक क्रेडिट कार्ड ऑफर करते हैं।  इनके तहत कार्ड से खरीदारी के अमाउंट के आधार पर एक निश्चित परसेंटेज के बराबर कैशबैक की पेशकश की जाती है।  या यूं कहें रिवॉर्ड के बजाय सीधे कैशबैक मिलता है।  साथ ही बैंकों की कुछ शर्तें भी लागू रहती हैं।

स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड: ये कार्ड सिर्फ उन्ही स्टूडेंट्स को दिए जाते हैं जो कम से कम 18 वर्ष की उम्र या उस से ज्यादा के हैं और शिक्षा संस्थानों में फुल टाइम कोर्स के लिए एडमिशन ले चुके हैं।  स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड में अन्य फुल फ्लेज्ड क्रेडिट कार्ड के मुकाबले कंडीशंस कम रहती हैं।  आम तौर पर ब्याज दर भी कम रहती है।

बिजनेस क्रेडिट कार्ड: ये कार्ड विशेष रूप से बिजनेस यूज के लिए डिजाइन किए गए हैं।  इनके पीछे मकसद है कि बिजनेस और पर्सनल खर्च अलग रहें।  हालांकि बिजनेस क्रेडिट कार्ड के लिए भी अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री होना जरूरी है।

बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड: इस प्रकार का कार्ड आमतौर पर किसी एक कार्ड की बकाया राशि का भुगतान दूसरे कार्ड से करने के लिए खरीदा जाता है।  अगर आपके किसी कार्ड पर ब्याज दर हाई है तो आप उसके द्वारा चुकाए जाने वाले क्रेडिट को बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड में शिफ्ट कर सकते हैं।  इस श्रेणी में कई कार्ड ब्याज मुक्त समय अवधि या फिर एक निश्चित अवधि के लिए कम ब्याज दर की सुविधा भी देते हैं।

प्रीमियम क्रेडिट कार्ड: ये कार्ड चुनिंदा लोगों को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं।  प्रीमियम क्रेडिट कार्ड गोल्फ क्लब्स, एयरपोर्ट लाउंजेस, इंश्योरेंस और कन्सीर्ज सर्विस की फ्री एक्सेस उपलब्ध कराते हैं।  ये कार्ड कॉम्प्लिमेंटरी ट्रैवल व होटल एकोमोडेशन कूपन्स के साथ भी आते हैं। हर किसी को इस कार्ड को रखने की मंजूरी नहीं मिलती है।

किसान क्रेडिट कार्ड: ये कार्ड कुछ प्रमुख बैंकों द्वारा दिए जा रहे क्रेडिट कार्डों में जोड़ा गया एक नया विकल्प है।  भारत में किसान क्रेडिट कार्ड भारत के ग्रामीण किसानों को प्रदान किए जाते हैं ताकि वे पसंदीदा ब्याज दरों पर क्रेडिट ले सके। और इनपर सरकार से सब्सिडी भी मिलती है।

क्रेडिट कार्ड के लिए योग्यता

क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के लिए अलग-अलग ग्राहकों के हिसाब से अलग-अलग योग्यताएं हैं। हालांकि, बेसिक योग्यताएं निम्नानुसार हैं:

क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज

ID ProofPassportPAN cardAadhar cardVoter’s ID
Residential proofAadhar CardElectricity BillTelephone bill
Income ProofFor Self-EmployedCertified FinancialsRecent ITR StatementPassportFor SalariedSalary CertificateRecent Salary slip/sEmployment Letter

कैसे अपने लिए सही क्रेडिट कार्ड ढूँढें?

दोस्तों , बाजार में अवेलेबल कई क्रेडिट विभिन्न प्रकार के लाभ ऑफर करते हैं, आपके लिए सही क्रेडिट कार्ड  कौनसा है ये इस पर डिपेंड करता है कि आप खरीदारी कैसे करते हैं। और आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान   कैसे करना चाहते हैं। इसलिए, क्रेडिट कार्ड की तुलना करने से पहले आपको कुछ विशेषताओं को ध्यान में रखना चाहिए और फिर तय करना चाहिए आपके लिए कौनसा सबसे बेहतर है।

कैशबैक: कैश बैक कई क्रेडिट कार्ड (Credit Card) पर मिलने वाला एक बेनिफिट है। इस योजना के तहत, खरीदारी करने पर आपके खाते में कुछ पैसा कैशबेक के रूप में वापस दिया जाता है। क्रेडिट कार्ड लेने से पहले ये जांचना कि कौन से कार्डों में कैश बैक विकल्प है, लंबे समय के लिए फायदेमंद है।

रिवॉर्ड योजनाएं: रिवॉर्ड योजनाएं क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का जानामाना लाभ है। विभिन्न कार्ड ग्राहकों को विशेष विक्रेताओं से खरीदारी करने पर अलग-अलग पॉइंट और लाभ का ऑफर देते हैं। तो उन रिवॉर्ड योजनाओं वाले क्रेडिट कार्ड को चुनें जो आपकी ज़रूरतों को पूरा करते हैं और आपके खर्च पैटर्न से मेल खाते हैं।

छूट: कई क्रेडिट कार्ड (Credit Card) ग्राहकों को उनके संगठन या पार्टनर संगठन से वस्तुओं की खरीदारी या सेवाएँ लेने पर पर छूट देते हैं।

ब्याज दरें: विभिन्न क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की लागू ब्याज दरों की जांच करना ज़रूरी है। भले ही कोई देरी से भुगतान ना करना चाहता हो लेकिन ऐसा होना असामान्य नहीं है। इसलिए, अगर कार्ड की ब्याज दर कम होगी तो भुगतान में देरी होने पर आपको नुकसान कम होगा। 

कार्ड फीस और शुल्क: यह बहुत इम्पोर्टेन्ट है कि आप कार्डों पर सभी एप्लीकेबल चार्जेज की जांच करें ना कि केवल ब्याज दर की। जैसे कि एनुअल फीस, रिवॉर्ड पॉइंट फीस, क्रेडिट सीमा से ज़्यादा खर्च पर शुल्क, अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन शुल्क , कैश एडवांस फीस इत्यादि।

भुगतान: ये भी ध्यान में रखना ज़रूरी है कि कार्ड जारी करने वाली संस्था ‘मिनिमम रीपेमेंट वैल्यू’ पर कितना शुल्क लगा रही है, साथ ही ये भी जांच लें कि ब्याज मुक्त अवधि (अगर कोई है) कितनी लम्बी है।

क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरें

क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरें, इसे फाइनेंस चार्ज के रूप में भी जाना जाता है, यह दरें एक बैंक/ NBFC से दूसरे में अलग अलग होती हैं और एक ही बैंक / NBFC के अलग-अलग क्रेडिट कार्डों के लिए अलग अलग हो सकते हैं। क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने से पहले, आपको इस पर लगने वाले ब्याज दर की भी जानकारी होना चाहिए। अन्य लोन के विपरीत, क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरें आमतौर पर उपयोगकर्ता के क्रेडिट स्कोर और भुगतान क्षमता से जुड़ी नहीं होती हैं। हर क्रेडिट कार्ड के लिए तय ब्याज होती हैं और यह सभी ग्राहकों के लिए समान होगा।

यहां ध्यान देने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि क्रेडिट कार्ड पर ब्याज तभी लिया जाता है, जब आपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके एटीएम से पूर्ण रूप से या नकद राशि का भुगतान नहीं किया हो। जब आप समय पर अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान कर देते हैं तो कोई ब्याज नहीं लिया जाता है।

क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर आमतौर पर 2.5% से 3.5% प्रति माह तक होती है। हालाँकि, यह दर एक कार्ड से दूसरे कार्ड में अलग अलग हो सकती है।

क्रेडिट कार्ड लेने से पहले विभिन्न प्रकार के क्रेडिट कार्ड पर मौजूद फीस और शुल्क पर ध्यान दें।  सुनिश्चित करें कि आप अपनी विशिष्ट वित्तीय जरूरतों के अनुसार उचित क्रेडिट कार्ड चुनें।

तो दोस्तों इस तरह से आप अपने लिए चुन सकते है की कोनसा क्रेडिट कार्ड आपके लिए बेस्ट रहेगा और उसी कार्ड के लिए आवेदन क्र सकते है।।  आवेदन आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही प्रकार से कर सकते है।

दोस्तों उम्मीद करते है की हमारी आज  का आर्टिकल आपके लिए बेस्ट क्रेडिट कार्ड को सेलेक्ट करने में आपकी मदद ज़रूर करेगा। और ये भी उम्मीद करते ही की आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा।  तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर शेयर कीजिए।  धन्यवाद।

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