क्या कभी आपने सोचा है की एक आरामदायक और आनंददायक जीवन जीने के लिए कितना पैसा पर्याप्त है? कुछ वर्ष पहले आपने सोचा था कि आपको कितनी आवश्यकता है, हो सकता है की अब आपको इससे ज्यादा की ज़रूरत महसूस होती हो।
‘पर्याप्त’ शब्द को परिभाषित करना जरा कठिन है। यह एक गतिशील लक्ष्य है। यह निर्भर करता है आपके व्यक्तिगत परिस्थितियों, व्यक्तिगत लक्ष्यों और मूल्यों पर । मेरे लिए जो पर्याप्त है, हो सकता है वह आपके लिए अपर्याप्त हो। कुछ लोग सोचते हैं कि उनकी बुनियादी जरूरतों जैसे भोजन, कपड़ा, मकान और बीमारियों के इलाज के लिए इतनी रकम पर्याप्त है। दूसरे लोग बिजनेस शुरू करने, अपना प्रभुत्व बनाए रखने या उसे हासिल करने, या अपनी अगली पीढ़ी को देने जैसे विभिन्न कामों के लिए अधिक धन हासिल करने की इच्छा रखते हैं। तो किसके लिए कितना पैसा पर्याप्त होगा ये इस बात पर निर्भर करता है की आपका संतुष्टि लेवल क्या है।
आज हम इसी बारे में बात करेंगे की एक आरामदायक और शांति वाली ज़िन्दगी अगर आप जीना कहते है तो आपको कितने पैसे की ज़रूरत है। तो चलिए शुरू करते है।
दोस्तों , मनी मैनेजमेंट करना बड़ी जिम्मेदारी की बात होती है। अच्छी तरह से मैनेज किया हुआ यह पैसा आपके बचे हुए जीवन को संवार सकता है। साथ ही आपकी सभी इच्छा और आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद कर सकता है। आपका पैसा बढ़ते रहे और साथ ही आपकी टैक्स लायबिलिटी भी पूरी हो, इसके लिए आपको अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से भी मदद ले सकते है।
आइये जानते है की कैसे करे मनी मैनेजमेंट ?
हम सभी ने बचपन से ही एक कहावत तो जरूर सुनी होगी की पैसा ही पैसे खींचता है। मगर यह कहावत तभी संभव होती है जब पैसा सही जगह इन्वेस्ट किया गया हो। नहीं तो समय के साथ -साथ पैसा भी खर्च होता रहता है पर एक दिन ख़तम हो जाता है । इसलिए समय के साथ साथ मनी मैनेजमेंट भी बहुत जरुरी विषय बन गया है। और लोग भी इसकी जरुरत बखूबी समझते हैं। मनी मैनेजमेंट का मतलब है अपने पैसों को फ्यूचर प्लानिंग के लिए मैनेज करना। यह एक प्रकार कि फाइनेंसियल प्लानिंग होती है जिससे तहत आप अपने कमाए हुए या पहले से मौजूद धन को सही जगह इंवेस्ट करते हैं जिससे भविष्य में जरुरत पड़ने पर वह आपको अधिक से अधिक रिटर्न दे सके साथ ही जिसकी सहायता से धन की वृद्धि में मदद मिल सके।